'भारत के मन की बात, मोदी के साथ' में बोले अमित शाह- 2014 से पहले चुनाव जीतने के लिए केवल झूठे वादे किए गए
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी दिल्ली से चुनावी बिगुल फूंक दिया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने चुनावी अभियान 'भारत के मन की बात, मोदी के साथ' की शुरूआत की। इस दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। इस अभियान के तहत 10 करोड़ लोगों से सुझाव लेने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के जरिए भाजपा भारत के भविष्य को आकार देने में प्रत्येक भारतीय को शामिल करने का लक्ष्य बना रही है। भाजपा को उम्मीद है कि इस अभियान से पार्टी को 10 करोड़ परिवार से सीधे जुड़ने में मदद मिलेगी और उनके सुझावों के माध्यम से लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अपना घोषणापत्र तैयार करेगी।
इस दौरान अमित शाह ने विपक्षी दलों और पूर्व की सरकारों को जमकर घेरा। उन्होंने कहा, '2014 से पहले 30 साल तक देश की समस्याओं के समाधान के लिए दूरदर्शी सोच के साथ ठोस कदम नहीं उठाए गए। 2014 से पहले चुनाव जीतने के लिए केवल झूठे वादे किए गए।' उन्होंने कहा कि सरकार पांच सालों की नहीं होती, सरकार एक सतत चलने वाली प्रक्रिया होती है, तभी जाकर देश का विकास होगा। शाह ने आगे कहा कि 30 साल बाद 2014 में देश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व वाली पूर्ण बहुत की सरकार बनाई। नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की स्थिति को बदला। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शी नीतियों के कारण देश में दीर्घकालिक विकास की नींव रखी गई है।
Amit Shah:Court ke andar lambi behas hai,phir bhi 1993 mein jo zameen ko adhigrahit kiya gaya, us bhoomi ko BJP sarkar ne Ram Janmabhoomi Nyas ko wapas dene ka faisla kiya hai. Ye ek historic kadam hai, aur main opposition parties se kehna chahta hu ki case mein roda na dalen. pic.twitter.com/rsYGrXu8dY
— ANI (@ANI) February 3, 2019
राम जन्मभूमि को लेकर अमित शाह ने कहा कि कोर्ट के अंदर लंबी बहस है फिर भी 1993 में जो भूमि अधिग्रहित की गई, उस भूमि को बीजेपी सरकार ने राम जन्मभूमि न्यास को वापस देने का फैसला किया है। यह एक ऐतिहासिक कदम है और मैं विपक्षी पार्टियों से कहना चाहता हूं कि केस में रोड़ा न डालें। उन्होंने कहा कि हमने पार्टी के लोकतंत्र को मजबूत किया है। आंतरिक लोकतंत्र वाली पार्टी ही देश में लोकतंत्र मजबूत कर सकती है। परिवारवाद वाली पार्टी नहीं।
भारत के मन की बात - मोदी के साथ', संकल्प पत्र को लोकतांत्रिकरण का अनूठा प्रयोग बताते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ''भारत के मन की बात - मोदी के साथ', कार्यक्रम भाजपा का नहीं है, बल्कि देश के लिए है। ये कार्यक्रम देश को सुरक्षित करने, गरीब का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए है। ये कार्यक्रम नया भारत बनाने के लिए है। जो जनता के लिए काम करता है जनता उम्मीद भी उसी से करती है। जनता की उम्मीदों और अपेक्षाओं की कसौटी पर खरा उतरने की चुनौती पीएम मोदी ने स्वीकार की है। जनता की उम्मीदों को सम्मान देना भाजपा अपना कर्त्तव्य ही नहीं बल्कि नैतिक दायित्व मानती है।'