अमित शाह के बयान पर अखिलेश और माया ने किया भाजपा पर हमला
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर से विपक्षी दलों की तुलना जीव जंतुओं से करने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने टिप्पणी की है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि - 'सतापक्ष जब स्वयं स्वीकार रहा है कि वो प्रलयकारी बाढ़ है, तो फिर जनता को हर क्षेत्र में विकास की जगह विध्वंस ही मिलेगा; कहीं राजनीतिक पतन, कहीं आर्थिक बदहाली और कहीं सामाजिक विखण्डन के रूप में. त्रस्त जनता 2019 में इन अंहकारी सत्ताधारियों को हटाकर इनका 'विस्थापना दिवस' मनायेगी।'
बता दें कि अमित शाह ने भाजपा के स्थापना दिवस के एक कार्यक्रम में कहा था कि मोदी से डरकर विपक्ष एकता की बात कह रहा है। शाह ने कहा कि विपक्षी नेताओं का एक साथ आना ऐसा ही है, जैसे बाढ़ आने पर सांप, बिच्छू, नेवला, बिल्ली, कुत्ते वगैरह सब जानवरों का आपसी लड़ाई भूलकर जान बचाने को एक ही पेड़ पर चढ़ जाना। शाह ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियत बाढ़ की तरह है जिसमें विपक्ष बह गया है।
शाह की इस टिप्पणी पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि 'सत्ता के अहंकार में, बीजेपी जनता कोजनता को मूर्खों का झुंड समझने की गलती कर रही है। समझदार जनता बार-बार लोकसभा चुनाव से पहले उनको अस्वीकार कर रही है। मायावती ने कहा कि 'गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपमानजन, विवादास्पद और नीच 'संघी' भाषा का इस्तेमाल किया था। जिसके लिए आम जनता ने उन्हें एक सचेतक का उपयोग करके एक मजबूत सबक सिखाया। इसके बाद भी, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अपना 'आपराधिक मानसिकता' और 'संघी रास्ता और चरित्र' छोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। वो लगातार जनता को नजरअंदाज कर रहे हैं।
माया ने कहा कि 'शाह से यह बयान साबित करने के लिए पर्याप्त है कि गुरु (नरेंद्र मोदी) और उनके छात्र (अमित शाह) के नेतृत्व में पार्टी एक निम्न स्तर पर चली गई है। आज लोगों के सामने एक सवाल है कि क्या इन प्रकार के अप्रिय बयान देने वाले लोग देश सत्ता के लायक हैं।'
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