झारखंड में भी सहयोगी पार्टी के साथ BJP की अनबन, भाजपा की सीटों पर आजसू ने उतारे उम्मीदवार
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच राजनीतिक पार्टियों ने झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव पर नजरें गड़ा ली हैं। मतदान से पहले ही प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र के बाद झारखंड में भी बीजेपी की अपनी सहयोगी पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के साथ अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। मंगलवार को आजसू ने अपने 12 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जसमें से तीन उम्मीदवार उस सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से बीजेपी ने पहले ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
मालूम हो कि, 30 नवंबर से झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो रही है, पांच चरणों में होने वाले इस मतदान के नतीजों का ऐलान 23 दिसंबर को किया जाएगा। यह चुनाव 81 विधानसभा सीटों के लिए कराया जा रहा है। बीजेपी और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है जबकि आजसू ने मंगलवार के अपनी पहली लिस्ट में उम्मीदवारों की घोषणा की। आजसू के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो को फिर से सिल्ली विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली है। बता दें, वर्ष 2014 के चुनाव में सुदेश कुमार इस सीट से हार गए थे।
हारे
उम्मीदवारों
पर
लगाया
दांव
वहीं,
जल
संसाधन
मंत्री
रामचंद्र
सहिस
को
पार्टी
ने
जुगसलाई
सीट
से
मैदान
में
उतारा
है।
बहुजन
समाज
पार्टी
के
पूर्व
नेता
कुशवाहा
शिवपूजन
मेहता
हाल
ही
में
आजसू
में
शामिल
हुए
थे,
पार्टी
ने
उन्हें
भी
टिकट
दिया
है।
चंदनकियारी
से
पिछले
चुनाव
में
हार
का
सामना
कर
चुके
पूर्व
मंत्री
उमाकांत
रजक
को
भी
टिकट
दिया
गया
है।
बता
दें,
10
नवंबर
को
बीजेपी
ने
अपने
52
उम्मीदवारों
की
पहली
सूची
जारी
किया
था।
आजसू
ने
मंगलवार
को
जिन
सीटों
पर
प्रत्याशियों
के
नाम
का
ऐलान
किया
उनमें
से
तीन
सीटों
पर
बीजेपी
पहले
से
ही
अपने
उम्मीदवारों
घोषणा
कर
चुकी
है।
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सीट
बंटवारे
को
लेकर
मतभेद
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक
बीजेपी
और
आजसू
के
बीच
मतभेद
की
वजह
सीटों
के
बंटवारे
को
बताया
जा
रहा
है।
आजसू
के
प्रवक्ता
देव
शरण
भगत
ने
कहा
कि
पार्टी
अपनी
नीतियों
और
अपने
वोट
आधार
के
साथ
कोई
समझौता
नहीं
करेगी।
बीजेपी
ने
अपनी
पहली
सूची
जारी
कर
दी
है।
उन्होंने
कहा
कि
उनकी
पार्टी
ने
चुनाव
लड़ने
के
लिए
81
में
से
17
सीटों
की
मांग
की
थी।