Agnipath Protest: तीन राज्यों में हिंसा, 300 से अधिक ट्रेनें प्रभावित, 12 आग के हवाले, जानिए दिनभर क्या हुआ?
नई दिल्ली, 17 जून। अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे युवाओं ने बिहार में शुक्रवार को ट्रेनों को निशाना बनाया। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत विरोध की आंच तेलंगाना तक पहुंच गई। यह विरोध के दौरान उपजी हिंसा में एक युवक की मौत हो गई। इंदौर में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर हंगामा किया। हरियाणा में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। यहां इंटरनेट भी बंद किया गया। यूपी के वाराणसी में बसों पर पथराव किया गया तो राजस्थान में प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की खबर है। झारखंड में भी युवाओं ने बवाल काटा। हिंसक आंदोलन के बीच बिहार के 12 राज्यों में इंटरनेट पर लगाम कसी गई। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले भी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किया गया है। उधर, एजेंसियों ने राज्यों को अलर्ट किया है। इस बीच सेना भर्ती की नई योजना को लेकर राजनीत भी शुरू हो गई। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ, कृषि कानून और नोटबंदी सवाल उठाए। आइए 10 प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से जानते हैं देशभर में अग्निपथ के विरोध में क्या कुछ हुआ-
तेलंगाना में 19 वर्षीय युवक की मौत
सेना भर्ती की नई योजना को लेकर बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में हिंसक आंदोलन हुए हैं। तेलंगाना के सिकंदराबाद में वारंगल के एक 19 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और 15 से अधिक घायल हो गए।
13 राज्यों में फैली हिंसा की आंच
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ विरोध की आग 13 राज्यों में फैल चुकी है। मामले में पुलिस अब तक 172 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। प्रदर्शनकारियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और मीडिया फुटेज के आधार पर की जा रही है। हिंसा और आगजनी करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है।
बिहार में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी पर हमला
बिहार में नई भर्ती योजना के विरोध में पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर हमला किया गया. "इस तरह की हिंसा समाज के लिए बहुत खतरनाक है। प्रदर्शनकारियों को याद रखना चाहिए कि यह समाज के लिए एक नुकसान है," सुश्री देवी, जो इस समय पटना में हैं, ने एनडीटीवी को बताया। बुधवार से शुरू हुई हिंसा का खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ा है. बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. सरकार ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का दुरुपयोग इन 12 जिलों में शांति के हितों के लिए हानिकारक होने की संभावना है
ट्रेन, सरकारी बसों और भाजपा नेता कार में आग
उत्तर प्रदेश में, भीड़ ने आज सुबह बलिया में एक रेलवे स्टेशन में प्रवेश किया और एक ट्रेन के डिब्बे में आग लगा दी, और पुलिस द्वारा उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करने से पहले रेलवे स्टेशन की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। वाराणसी, फिरोजाबाद और अमेठी में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जिससे सरकारी बसों और सार्वजनिक संपत्ति के अन्य प्रतीकों को नुकसान पहुंचा। अलीगढ़ में एक स्थानीय भाजपा नेता की कार में आग लगा दी गई।
12 ट्रेनें आग के हवाले
रेलवे के अनुसार, बुधवार को विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से कम से कम 12 ट्रेनों में आग लगा दी गई है और 300 से अधिक अन्य प्रभावित हुए हैं - 214 रद्द कर दिए गए, 11 डायवर्ट किए गए और 90 अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचे।
रेल मंत्री ने युवाओं से की अपील
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा 'मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों और रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। रेलवे देश की संपत्ति है।'
अग्निपथ भर्ती के लिए आयुसीमा बढ़ाई गई
विरोध के बाद अग्निपथ भर्ती के लिए आयु सीमा अब 21 से बढ़ाकर 23 कर दी गई है। सरकार ने इस योजना का 10 सूत्री बचाव भी किया है और रंगरूटों को आश्वासन दिया है कि वे सेना में अपने चार साल पूरे करने के बाद खुद को मुश्किल में नहीं पाएंगे।
अग्निपथ योजना से नाराज हैं युवा
प्रदर्शनकारी सेना भर्ती की नई योजना को लेकर नाराज हैं। उन्हें विशेष रूप से सेवा की अवधि और पेंशन प्रावधान नहीं होने से आपत्ति है। हलांकि केंद्र सरकार ने अब आयुसीमा बढ़ा दी है।
सेना भर्ती को लेकर सियासत शुरू
सेना की नई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर भारी विरोध के बीच सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्ष ने भी सरकार पर अपना हमला तेज कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से युवाओं के अग्निपथ पर चलने के लिए उनके धैर्य की अग्निपरीक्षा नहीं लेने का आग्रह किया है। वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कदम को देश के भविष्य के लिए लापरवाह और संभावित रूप से घातक बताया है।
मंगलवार को अग्निपथ योजना की हुई थी घोषणा
केंद्र सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना घोषणा की। सरकार ने इसे परिवर्तनकारी योजना बताया और कहा कि इसे सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की भर्ती के लिए, मोटे तौर पर चार साल के अल्पकालिक अनुबंध के साथ के साथ शुरू किया जा रहा है।