'क्या ये सच में चमत्कार है या ढोंग का कोई...?' Dhirendra Shastri को लेकर क्या बोले मुकेश खन्ना
Dhirendra Shastri: अभिनेता मुकेश खन्ना ने पूछा है कि आश्रमों में जादू या चमत्कार के नाम पर ये जो कुछ टीवी पर दिखाया जा रहा है, क्या उसमें सच्चाई है, या फिर ये कोई नाटक है?
Dhirendra Shastri Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर और कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में हैं। अपने दरबार में एक पत्रकार की पारिवारिक जानकारी का खुलासा करने के बाद सोशल मीडिया पर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बहस छिड़ गई है कि क्या ये वाकई एक चमत्कार है या फिर कोई ढोंग? कुछ लोग धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में हैं, तो कुछ विरोध में। इस बीच मशहूर पौराणिक सीरियल महाभारत में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले अभिनेता मुकेश खन्ना ने भी इस पूरे मामले पर कुछ सवाल उठाए हैं।
'ये बाबा सब कुछ करते हैं, लेकिन देश का भला नहीं करते'
अपने इंस्टाग्राम पर धीरेंद्र शास्त्री और कुछ अन्य बाबाओं के दरबार के फोटो का एक कोलाज शेयर करते हुए मुकेश खन्ना ने पूछा है कि क्या ये सच में कोई चमत्कार है या फिर ढोंग का कोई हाहाकार मचा है? अपनी पोस्ट में मुकेश खन्ना ने लिखा, 'सभी अपने आप को बाबा कहने वाले दरबार लगाते हैं। ये भक्तों को रिझाते हैं। कभी नाचकर, कभी जादू-टोना दिखाकर, भक्तों को भी नचाकर, मीठी मन मोहने वाली आवाज में प्रवचन देकर उनका मन मोहते हैं। परंतु जो करना है, वो नहीं करते- देश का भला।'
'इनकी हर हरकत की जांच पड़ताल होनी चाहिए'
मुकेश खन्ना ने आगे लिखा, 'भक्तों के भंडार के नाम पर स्वयं का भंडार भरते हैं। ये हैं क्या? कोई इन्हें भगवान कहता है, कोई दिव्य पुरुष। मैं कहूंगा कि जांच पड़ताल होनी चाहिए, इनकी हर हरकत की। मैंने एक सवाल उठाया है। जो आप लोगों को भी सुनना चाहिए।' वहीं अपने यूट्यूब चैनल पर जारी वीडियो में मुकेश खन्ना ने अपने सवाल लोगों के सामने रखे।
'मैं बात कर रहा हूं ज्ञानेंद्र शास्त्री की, जो आजकल...'
अपने यूट्यूब वीडियो में मुकेश खन्ना ने पूछा, 'कभी आपने जानने की कोशिश की है कि ये जादू, ये टोना आखिर क्या है? क्या जादू-टोने के जरिए किसी से अजीब-अजीब हरकतें कराई जा सकती है? मैं बात कर रहा हूं बागेश्वर धाम की ज्ञानेंद्र शास्त्री की, जो आजकल खबरों में हैं। और, ऐसे कुछ और बाबा भी, जिनके आश्रम में लोग, विशेषकर महिलाएं अजीब-अजीब हरकतें करती हैं। अचानक पंडाल में ये महिलाएं खड़ी होकर नाचने लगती हैं, अपने बाल नोंचने लगती हैं, गिरने लगती हैं। और, ऊपर से ये जो बैठे रहते हैं स्वामी जी, जो आजकल खबरों में हैं, कि ये जादू जानते हैं। इस पूरे मुद्दे पर चर्चा हो रही है कि ये सनातन धर्म का अपमान है। कांग्रेस एक तरफ है, भाजपा एक तरफ है, हिंदू धर्म वाले एक तरफ हैं, लेकिन मैं इसमें नहीं जाना चाहता, क्योंकि ये पॉलिटिक्स है और मैं इसमें नहीं पड़ता।'
'कहीं ये महिलाएं खरीदी तो नहीं गईं'
मुकेश खन्ना ने पूछा, 'लेकिन, मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं, कि ये औरतें जो घर में कभी ऐसी हरकतें नहीं करतीं और आश्रम के पंडाल में आकर नाचने लगती हैं, अपने बाल नोंचने लगती हैं और फिर वो बाबा जादू करता है। क्या कभी किसी ने ये सब जांचने की कोशिश की, कि ये जो कुछ हो रहा है, वो सही है या फिर कोई नाटक या कला है? मैं बस सवाल उठा रहा हूं कि क्या इस तरह की औरतें खरीदकर नहीं लाई जा सकतीं, जैसे पहले किसी के निधन पर रोने के लिए महिलाओं को लाया जाता था। हम लोग भी अपने सीरियल में ऐसे परफॉर्मेंस कराते थे। मैं जानता चाहता हूं कि टीवी पर जो कुछ दिखाया जा रहा है, क्या वो ऑथेंटिंक है। आप मालूम कीजिये कि ये महिलाएं घर में कभी कुछ नहीं करतीं, लेकिन आश्रम में अजीब हरकतें करने लगती हैं। इसकी जांच होनी चाहिए कि ये सच में कोई जादू या चमत्कार है, या फिर इसके पीछे कोई खेल है।'
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