स्वच्छ अभियान के बाद नरेन्द्र मोदी का एक और बड़ा अभियान
नई दिल्ली। यह दुनिया विकलांगों की भी उतनी ही है, जितनी किसी आम व्यक्ति की। यब बात कहते तो काफी लोग हैं लेकिन मानते काफी कम हैं। इसी दिशा में पूरी देश का ध्यान आकर्षित किया है हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। रेडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री ने लोगों को इस विषय पर जगाने की कोशिश की।
मई में सत्ता संभालने के बाद पहली बार मोदी ने पहली बार आकाशवाणी के कार्यक्रम "मन की बात" के माध्यम से देश की जनता के सामने अपने विचार रखे और देशवासियों से अपनी क्षमता पहचानने का अनुरोध किया। काफी मुद्दों पर बात करते हुए उन्होंने विकलांगों को लेकर लोगों के सामने अपनी बातों और विचारों का रखा। उन्होंने पूरी भारत को विकलांगों के लिए एक होने की सलाह दी। विकलांगों के लिए 'Accessible भारत अभियान' एक ऐसी ही शुरूआत है। जिसे नरेन्द्र मोदी पूरा तवज्जो दे रहे हैं।
इस अभियान के अंतर्गत विकलांगों से जुड़ी सारी आधारभूत सुविधाओं के लिए सरकार तमाम काम करेगी। जिससे उन्हें समाज के बीच समान होने का अहसास मिल सके।
इस बारे में बात करते हुए प्रणव देसाई कहते हैं कि मोदी इस अभियान से भावनात्मक तौर पर जु़ड़े हुए हैं। वे चाहते हैं कि पूरा देश एक होकर इस अभियान तो समझे और प्रोत्साहित करे। प्रणव देसाई ने लोकसभा चुनाव के दौरान 'विकलांगों के अधिकार' अभियाव का नेतृत्व किया था। देसाई के अनुसार, प्रधानमंत्री का यह कदम समाज के लोगों पर साइकॉलोजिकल प्रभाव डालेगा।
मोदी ने कहा, "विकलांग बच्चे पूरे समाज की जिम्मेदारी हैं। हो सकता है कि भगवान ने उस बच्चे के लिए एक खास परिवार को चुना हो, लेकिन ऐसे बच्चे पूरे देश की जिम्मेदारी हैं।" वहीं, आपको बता दें, कि इंदिरा गांधी के बाद मोदी ही ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो रेडियो के माध्यम से देशवासियों से जुड़े हैं।