काश! मेरी पत्नी के पास कैमरा होता, उसने सिब्बल को वोटरों को पैसे बांटते देखा था
आशुतोष ने कपिल सिब्बल की उम्मीदवारी कैंसल करने की मांग की थी। आपको बता दें कि मंगलवार को ही दिल्ली में चुनाव प्रचार थमा था। प्रचार थमते ही आशुतोष ने कपिल सिब्बल के खिलाफ ट्वीटर पर जंग छेड़ दिया और ट्वीट किया कि 'कपिल सिब्बल चांदनी चौक में वोट खरदीने के लिए पैसे बंटवा रहे हैं। इलेक्शन कमिशन को चाहिए कि वह सिब्बल के खिलाफ केस दर्ज करे और चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाए। वहीं इस सभी आरोपों को कपिल सिब्बल ने झूठा बताया है और इलेक्शन कमिशन से शिकायत की है।
अब इलेक्शन कमिशन ने आशुतोष को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इससे पहले आशुतोष के आरोप पर कपिल सिब्बल ने कहा था कि जब आप लोगों का समर्थन खोते हैं तो इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाते हैं। मैं इस पर कानूनी कार्रवाई करूंगा। ये आरोप नौसिखिए पॉलिटिक्स की पहचान हैं। इन्हें अभी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। मैं यही कह सकता हूं कि इन पर दया आती है। यदि इसमें सचाई है तो सबूत दें और एफआईआर दर्ज कराएं।
वहीं आशुतोष ने लिखा है कि कपिल सिब्बल को पता है कि वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएंगे, इसलिए पैसे का सहारा ले रहे हैं। लेकिन जनता जाग चुकी है और उन्हें करारा जवाब देगी। भारतीय लोकतंत्र में कुछ वैसे लोग मौजूद हैं जो सोचते हैं कि पैसे से वोट खरीद सकते हैं। इलेक्शन कमिशन को चाहिए कि कपिल सिब्बल का नामांकन खारिज करे। यह चुनाव मनी पावर और ईमानदारी के बीच है जिसमें ईमानदारी की जीत होगी।' आशुतोष ने कहा कि मैं इलेक्शन कमिशन से अनुरोध करता हूं कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सिब्बल और पैसे बांटने वालों को अरेस्ट करे। इसके साथ ही सिब्बल का चांदनी चौक से नामांकर खारिज किया जाए।'