महाराष्ट्र की राजनीति में आया नया मोड़, 4 निर्दलीय MLA ने शिवसेना को किया सपोर्ट
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना में तल्खी जारी है। बीजेपी जहां सरकार बनाने के लिए शिवसेना के प्रति नरम रुख बरत रही है तो वहीं शिवसेना लगातार अपने तीखे तेवरों पर कायम है। शिवसेना को निर्दलीय विधायक मंजुला तुलसीराम गवित, चंद्रकांत पाटिल, आशीष जायसवाल और नरेंद्र भोंडेकर ने अपना समर्थन जाहिर किया है। वहीं विधायक मंजुला तुलसीराम गवित ने शिवसेना के चीफ उद्धव ठाकरे से मुलाकात भी की है।
बुधवार को 4 निर्दलीय विधायक, मंजुला गावित, चंद्रकांत पाटिल, आशीष जायसवाल और नरेंद्र भोंडेकर ने शिवसेना को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इसके अलावा प्रहार जनशक्ति पार्टी के बच्चू कडू और राजकुमार पटेल, क्रांतिकारी शेतकरी पार्टी के शंकरराव गडक ने भी अपना समर्थन दिया है। इस तरह शिवसेना को 7 और विधायकों का समर्थन है। उनके समर्थन के बाद शिवसेना के पाले में विधायकों का आंकड़ा 62 पर पहुंच गया है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा उसकी सहयोगी पार्टी शिवेसना को 56 सीटें मिली हैं। अगर दोनों पार्टियां चाहें तो आराम से सरकार बना सकती हैं। दोनों के आंकड़े को मिला दें तो 161 सीटें होती हैं। बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है लेकिन सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ता ही चला जा रहा है।
शिवसेना का कहना है कि लोकसभा चुनाव के समय जिस 50-50 फॉर्मूले पर बात यह हुई थी उसे लागू किया जाए तभी बात बनेगी। यानी ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री हो। बीजेपी और सरकार पर दबाव बनाने के लिए सामना के जरिए शिवसेना लगातार हमला कर रही है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने विश्वास व्यक्त किया है कि अगर दोनों दलों के नेता एक साथ बैठते हैं तो यह मुद्दा आधे घंटे के भीतर हल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कल्याण डोंबिवली निकाय चुनाव के दौरान भी यही दरार सामने आई थी और हमने 7 मिनट के भीतर उस दरार को सुलझा लिया था।
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