HP में नर्सिंग की छात्रा का मर्डर: कोटखाई की तरह उलझी गुत्थी, DNA रिर्पोट से खुलेगा हत्या का राज
शिमला। जिला कांगड़ा के कोटला के जंगलों में नर्सिंग की छात्रा के हत्या के मामले में पुलिस अपने दावों के विपरीत युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर किसी भी नतीजे पर पहुंचने में नाकाम रही है। नतीजतन अब पुलिस ने मृतका के डीएनए सैंपल को जांच के लिए भेजा है। अब डीएनए सैंपल ही बता पाएंगे कि युवती के साथ हत्या से पहले दुष्कर्म हुआ था कि नहीं साथ ही ये बात कि उसकी हत्या कैसे हुई थी। कोटखाई गैंगरेप मर्डर केस की तरह इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। चूंकि मौका-ए-वारदात पर सबूतों से छेड़छाड़ की गई है। बाद में खराब मौसम व बारिश ने भी जांच को प्रभावित किया। हालांकि पुलिस ने मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया है। लेकिन मृतका के परिजन यह मानने को कतई तैयार नहीं हैं कि हत्या उसके मामा ने अकेले ही की है। परिजनों को आरोप है कि पुलिस दूसरे आरोपियों को बचा रही है।
इलाके में बढ़ रहा है आक्रोश
इलाके में बढ़ते आक्रोश के चलते कोटला के पुलिस प्रभारी को हटाया जा चुका है। लेकिन इसके बावजूद धरने प्रर्दशन यहां लगातार जारी हैं। कांगड़ा के एसपी संतोष पटियाल ने लोगों से अफवाहों से सचेत रहने की अपील की है। लेकिन अब पोस्टमार्टम रिर्पोट बेनतीजा हो जाने से पुलिस की सिरदर्दी बढ़ गई है। कोटला शहपुर से लेकर धर्मशाला तक लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। उधर ,एस.डी.एम. शाहपुर जगन ठाकुर ने बताया कि शाहपुर में पूरी तरह से शांति है लेकिन फिर भी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने इस मामले में किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
DNA के भरोसे बैठी पुलिस
पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवती के शव के सैंपलों को DNA टेस्ट के लिए जुन्गा स्थित फोरैंसिक लैब में भेज दिया जाएगा ताकि पता चल सके कि युवती के हत्या से पहले दुष्कर्म तो नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक टांडा में हुए पोस्टमार्टम में यह आशंका जताई है कि शारीरिक शोषण हुआ होगा लेकिन अभी तक यह पूरी तरह प्रमाणित नहीं है। सैंपलों का डी.एन.ए. होने के बाद स्थिति साफ होगी। इस मामले से कुछ संबंधित अन्य तथ्यों को मोबाइल, सिम कार्ड सहित अन्य चीजों को धर्मशाला स्थित फोरैंसिक लैब में भेज दिया गया है। डी.एन.ए. रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी। इस मामले में डी.एस.पी. ज्वाली वीर बहादुर ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पुलिस को प्राप्त हो गई है तथा कुछ सैंपलों को धर्मशाला भेजा गया है तो DNA के लिए सैंपलों को जुन्गा फोरैंसिक लैब भेजा जाएगा।
विभिन्न संस्थाओं की महिलाएं सडक पर उतरीं
वहीं 20 वर्षीय युवती की हत्या पर रोष प्रकट करते हुए विभिन्न संस्थाओं की महिलाएं सडक पर उतरीं। इलाके की विभिन्न संस्थाओं ने धर्मशाला में रैली निकालकर 20 वर्षीय युवती की हत्या पर रोष प्रकट किया। मंगलवार को कचहरी बस अड्डा में महिलाओं को संबोधित करते हुए जागोरी की निदेशिका आभा भैया ने बताया कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन यहां पर महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं यह किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने बताया कि अगर समाज का हर आदमी इसी तरह से मूक बना रहा तो आने वाले समय में महिलाओं, लड़कियों का घर से बाहर निकलना असंभव हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बढ़ती हिंसा, असमानता, भेदभाव व अत्याचारों को खत्म करने के लिए समय-समय पर महिलाओं व ऐसे पुरुष जो नारी वादी सोच रखते हैं तथा महिलाओं को समझते हैं उनके द्वारा महिला आंदोलन चलाए जा रहे हैं। इन्हीं आंदोलनों की शृंखला में 2013 में एक आंदोलन और जोड़ा गया जिसका नाम है उमड़ते सौ करोड़ अभियान। इस अभियान के साथ विश्व के 207 देश जुड़े हुए हैं। इस अभियान के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह की गतिविधियां की जा रही हैं बावजूद इसके युवतियों की हत्या बढ़ती ही जा रही हैं।
'पुरुष अगर रात को 6 बजे के बाद बाहर नहीं निकलेगा तो महिलाएं अपने आप सुरक्षित होंगी'
उन्होंने सभी पुरुष साथियों से भी अपील की कि इन अपराधों को रोकने के लिए उनकी भूमिका भी अहम हो सकती है क्योंकि पुरुष अगर रात को 6 बजे के बाद बाहर नहीं निकलेगा तो महिलाएं अपने आप सुरक्षित होंगी। इस अवसर पर निष्ठा, संभावना, एकल नारी मंच, महिला साहित्यकार, इन्नरव्हील व समुदाय की महिलाएं, राजकीय महाविद्यालय मटौर की प्रधानाचार्य रश्मी, नगर निगम की मेयर रजनी व्यास के अतिरिक्त अलग-अलग संस्थाओं से महिला व पुरुषों ने भाग लिया।
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