हिमाचल: अमित शाह की योजना हुई फेल, भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुआ यह बड़ा नेता
भाजपा देश भर में मोदी लहर के दावे कर रही थी लेकिन लग रहा है कि हिमाचल प्रदेश में इन दिनों उल्टी बयार बहने लगी है। भाजपा के सचिव और कद्दावार नेता विनोद ठाकुर ने पार्टी को अलविदा कह कांग्रेस का दामन था
शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में चल रही शह और मात के खेल में विपक्षी दल भाजपा, अभी सत्तारूढ़ दल कांग्रेस में तोड़फोड़ करने की तैयारी कर ही रहे थे कि इसी बीच भाजपा के एक कद्दावर नेता ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो सभी को चौंका दिया। इस कद्दावार नेता के कांग्रेस में जाने से राज्य में इन दिनों भाजपा की खूब फजीहत हो रही है।
कौन है ये कद्दावार नेता
भाजपा देश भर में मोदी लहर के होने का दावे कर रही थी लेकिन लग रहा है कि हिमाचल प्रदेश में इन दिनों उल्टी बयार बहने लगी है। यहां भाजपा नेता पार्टी को अलविदा कहकर कांग्रेस को ज्वाईन कर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा के सचिव और कद्दावार नेता विनोद ठाकुर ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। विनोद ठाकुर के इस कदम से भाजपा परेशानी में पड़ गई है। दरअसल विनोद ठाकुर पालमपुर के प्रभारी रहे हैं। अभी हाल में पालमपुर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आये थे और यहीं भाजपा ने कांग्रेसी नेताओं को तोड़ने का ताना-बाना बुना था। भाजपा का दावा था कि कांग्रेस के करीब छह विधायक व दो मंत्री उसके संपर्क में हैं।
धरी रह गई अमित शाह की तैयारी
भाजपा अभी कांग्रेसी नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की तैयारी कर ही रही थी कि इसी बीच कांग्रेस ने भाजपा में सेंध लगा चुपके से विनोद ठाकुर को अपने खेमें में शामिल कर लिया। विनोद युवा मोर्चा के तीन बार प्रदेश महामंत्री, युवा मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा के चार साल तक हमीरपुर जिला महामंत्री और दो बार राज्य सचिव के पद पर रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा की अंदरुनी कलह के कारण पार्टी में फूट पड़नी शुरू हो गई है। विनोद छाकुर हमीरपुर जिले से आते हैं और हमीरपुर, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल व सांसद अनुराग ठाकुर का गृह क्षेत्र हैं। धूमल को अगले चुनावों के लिये भाजपा के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। लेकिन विनोद ठाकुर के इस कदम ने उन्हें भी परेशानी में डाल दिया है। यहां तक की आम भाजपा कार्यकर्ता भी परेशानी में है। इससे पहले भी भाजपा के दो बड़े नेता राजेंद्र राणा और उर्मिल ठाकुर भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन छाम चुके हैं। खास बात यह है कि ये तीनों ही नेता धूमल के खासमखास रहे हैं।
क्यों पार्टी छोड़ रहे हैं भाजपाई
ठाकुर ने धूमल पर वास्तविक पार्टी कार्यकर्ता को नजरअंदाज करने को लेकर हमलावर तेवर अपनाते हुये कहा कि वह सिर्फ अपने बेटे और रिश्तेदारों की तरफदारी करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा धूमल के हाथ में एक प्राइवेट लिमिटेड पार्टी बन गई है। विनोद ठाकुर ने कहा कि मैं धूमल परिवार का सताया हूं। इस कारण भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं। पंजाब से आकर एक परिवार ने पूरे हमीरपुर जिला को बंधुआ मजदूर बना रखा है। मेरी तरह धूमल परिवार के सताए और कई नेता हैं। वह भी कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं। भाजपा सरकार में मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे बनाए गए। पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने वश में रखने का उनके पास यही एकमात्र तरीका है। विनोद ठाकुर ने एक वाक्य का जिक्र करते हुए कहा कि मैं हमीरपुर के सराहकड़ वार्ड से जिला परिषद का चुनाव लड़ना चाहता था। कार्यकर्ताओं के भरपूर समर्थन के बावजूद मुझे प्रत्याशी नहीं बनाया गया। कार्यकर्ताओं के दबाव में मैंने धूमल परिवार की मर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीत गया। बस यही मेरी सबसे बड़ी चूक साबित हुई। हालांकि उस दौरान मैंने जिला परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। इसके बाद 22 वर्ष तक मैंने किस तरह वक्त निकाला है, यह मैं ही जानता हूं।
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