हिमाचल प्रदेश चुनाव 2017: सीट नंबर 17 शाहपुर (अनारक्षित) विधानसभा क्षेत्र के बारे में जानिए
शिमला। शाहपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सीट नंबर 17 है। कांगड़ा जिला में स्थित यह निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है। 2012 में इस क्षेत्र में कुल 72,593 मतदाता थे। 2012 के विधानसभा चुनाव में सरवीन चौधरी शाहपुर क्षेत्र के विधायक चुनी गईं।डिलिमटंशन के बाद शाहपुर चुनाव क्षेत्र की तस्वीर बदली। व कांगड़ा का कुछ हिस्सा शाहपुर में मिला तो धर्मशाला की कुछ पंचायतें शाहपुर में मिलीं। सराहां इलाका धर्मशाला में चला गया। धर्मशाला की नड्डी, सुधेड़ व घरोह पंचायतें शाहपुर में लंज इलाका आ गया। कांगड़ा एयरपोर्ट शाहपुर चुनाव क्षेत्र में ही आता है। व कुछ साल पहले सेंटरल यूनिवर्सिटी का अस्थाई कैंपस यहां स्थापित किया गया तो एकाएक शाहपुर सुर्खियों में आ गया। अब फिर इस कैंपस को लेकर जद्दोजहद चल रही है। दरअसल सेंटरल यूनिवर्सिटी अब देहरा और धर्मशाला में बनेगी। जिससे शाहपुर के लोगों में निराशा है। इलाका धर्मशाला से सटा होने के कारण पर्यटन की दूष्टि से भी विकसित हो रहा है।
शाहपुर चुनाव क्षेत्र कांगड़ा एयरपोर्ट में ही आता है
शाहपुर में अनूसूचित जाति एवं जनजाति के करीब 28 फीसदी मतदाता हैं। जबकि ओबीसी बिरादरी के 25 फीसदी हैं, राजपूत मतदाता 20 फीसदी हैं। जबकि ब्राहम्ण 12 फीसदी हैं। धर्मशाला का कुछ हिस्सा यहां मिल जाने से शाहपुर में गद्दी समुदाय के मतदाता भी हैं। राजनैतिक तौर पर देखा जाये तो शाहपुर में कांग्रेस नेता मेजर विजय सिंह मनकोटिया व भाजपा की सरवीण चौधरी के बीच ही मुकाबला होता रहा है। जब भी राजपूत ब्राहम्ण आपस में एक हो गये,तो मनकोटिया जीते।
जब ओबीसी बिरादरी के साथ एस एस एसटी जातियों के मतदाता साथ आये,तब सरवीण चौधरी चुनाव जीत गईं। इस बार हालात बदले हें। मनकोटिया सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ बगावत कर चुके हैं। तो सरवीण का स्थानीय स्तर पर अच्छा खासा विरोध हो रहा है। हालांकि कांग्रेस के केवल सिंह पठानिया भी मैदान में हैं। पठानिया को पिछली बार भी पार्टी ने टिकट दिया था। लेकिन बुरी तरह चुनाव हारे।
शाहपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से अभी तक चुने गये विधायक
वर्ष
चुने
गये
विधायक
पार्टी
2012
सरवीन
चौधरी
भाजपा
2007
सरवीन
चौधरी
भाजपा
2003
मेजर
विजय
सिंह
मनकोटिया
कांग्रेस
1998
सरवीन
चौधरी
भाजपा
1993
विजय
सिंह
मनकोटिया
कांग्रेस
1990
विजय
सिंह
मनकोटिया
जनता
दल
1985
विजय
सिंह
कांग्रेस
1982
विजय
सिंह
निर्दलीय
1977
राम
रत्तन
जनता
पार्टी
विधायक सरवीण चौधरी को राजनिति विरासत में नहीं मिली
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरवीण चौधरी ही अकेली सदस्य होंगी, जिनके खिलाफ उनके चुनाव क्षेत्र में उन्हीं कि पार्टी के लोग धरने प्रदर्शन कर रहे हों। पार्टी में उनके खिलाफ बगावत का महौल है। व उन्हें इस बार पार्टी प्रत्याशी नहीं बनाने की मांग मुखर होने लगी है। जिससे सरवीण की परेशानियां बढऩे लगी हैं। अपने विरोधियों से बेपरवाह सरवीण अगले चुनावों में टिकट हासिल करने की जुगत भिड़ा रही हैं। सरवीण को राजनिति विरासत में नहीं मिली।
51 वर्षीय सरवीण धर्मशाला में पैदा हुइ्र्रं। स्नात्कोत्तर डिग्री हासिल करने के बाद उनका विवाह ब्रिगेडियर पवन कुमार के साथ शादी हुई। उनका एक बेटा है। पंजाब यूनिवर्सिटी में भी सरवीण ने शिक्षा हासिल की। व 1992 में राजनिति में प्रवेश किया। 1998 में सरवीण पहली बार विधायक चुनी गईं। उसके बाद 2007 में । 1998 से 2003 तक संसदीय सचिव रहीं। व 2008 से 2012 तक प्रदेश में सामाजिक अधिकारिता मंत्री रहीं। 2012 में तीसरी बार विधायक चुनी गईं।