शिमला। झंडूता विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सीट नंबर 46 है। बिलासपुर जिले में स्थित यह निर्वाचन क्षेत्र अनूसूचित जाति के लिये आरक्षित है। 2012 में इस क्षेत्र में कुल 67,186 मतदाता थे। यह क्षेत्र साल 2008 में, विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां से रिखि राम कौंडल विधायक चुने गये।झंडूता विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र को डिलिमिटेशन से पहले गेहड़वीं विधानसभा क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। यह पहले ही अनूसूचित जाति के लिये आरक्षित था। अब भी अनूसूचित जाति के लिये आरक्षित है। गोविंद सागर झील के इस पार झंडूता है। एक ओर यह क्षेत्र बिलासपुर सदर से सटा है तो दूसरी ओर घुमारवीं से।

झंडूता में शाहतलाई प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यहां ही बाबा बालक नाथ ने तपस्या की थी। साल भर यहां श्रद्धालुओं का यहां तांता लगा रहता है। झंडूता को दो भागों में बांटा जा सकता है। यहां अनूसूचित जाति का दबदबा है। हालांकि एक ओर कोटधार क्षेत्र में अनूसूचित जनजाति के मतदाता हैं। यहां रिखि राम कौंडल का दबदबा रहा है। लेकिन इस बार उनके दबदबे को रिटायर्ड आईएएस अफसर जे आर कटवाल चुनौती दे रहे हैं। कटवाल की वजह से इस बार कौंडल खासी परेशानी में हैं। उनका टिकट कटने की बात भी चल रही है। वहीं कांग्रेस के बीरू राम किशोर के लिये विवेक कुमार चुनौती दे रहे हैं।
झंडूता (आरक्षित अनूसूचित जाति) विधानसभा क्षेत्र एक नजर में
जिला: बिलासपुर
लोकसभा चुनाव क्षेत्र : हमीरपुर
मतदाता: 70,270
जनसंख्या (2011) : 1,02,238
साक्षरता : 68 प्रतिशत
अजिविका: खेती बाड़ी,परंपरागत काम धंधा
शहरीकरण: ग्रामीण
झंडूता से अभी तक चुने गये विधायक
2012 रिखि राम कौंडल भाजपा
गेहड़वीं से अभी तक चुने गये विधायक
2007 रिखि राम कौंडल भाजपा
2003 बीरू राम किशोर कांग्रेस
1998 रिखि राम कौंडल भाजपा
1993 बीरू राम किशोर कांग्रेस
1990 रिखि राम कौंडल भाजपा
1985 रिखि राम कौंडल भाजपा
1982 गणू राम भाजपा
1977 बचित्र सिंह जनता पार्टी

रिखि राम कौंडल को किस्मत राजनिति में लेकर आई
70 वर्षीय विधायक रिखि राम कौंडल को किस्मत राजनिति में लेकर आई। व वह सफलता पाते चले गये। उन्होंने मैटरिक के बाद इंजिनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स किया। उनका एक बेटा व तीन बेटियां हैं। पहले कौंडल जोगेन्दर नगर मेें तैनात थे। व बाद में उन्होंने 1975 में राजनिति को चुना और युवा कांग्रेस के जिला प्रधान बने। इस बीच पंचायती राज में सरपंच व उप प्रधान भी बने। बाद में भाजपा में शामिल हुये। 1985 में कौंडल पहली बार गेंहड़वीं से विधायक चुने गये। उसके बाद 1990 और 1998 व 2007 में भी उन्होंने चुनाव जीता। उसके बाद गेहड़वीं डिलिमिटेयान के बाद झंडूता चुनाव क्षेत्र बना और कौंडल ने 2012 में पांचवी बार चुनाव जीता। कौंडल अपने कार्यकाल के दौरान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी रहे। व राज्य मंत्री का दायित्व भी उन्होंने निभाया।