कुल्लू में बाढ़-भूस्खलन से 2 दिन में आई तबाही के 5 खौफनाक वीडियो, देखें यहां
शिमला। भारी बारिश के कारण दो दिन में कुल्लू जिला में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पर आई तबाही का मंजर भयावह है। जहां एक ओर अभी तक 20 करोड़ रुपये से अधिक की निजी व सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान हुआ है वहीं 36 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लेकिन बारिश का कहर अभी भी थमा नहीं है और यहां लगातार भारी बारिश हो रही है जिसके कारण कुल्लू जिला के सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों में 25 सितंबर को भी छुट्टी घोषित कर दी गई है। जिलाधीश यूनुस ने बताया कि जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, कालेजों और आईटीआई के विद्यार्थियों के लिए मंगलवार को भी छुट्टी रहेगी। देखें बाढ़ और भूस्खलन से आई तबाही के वो पांच खौफनाक वीडियो--
बारिश से आई बाढ़ कितनी भयानक थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मनाली में हेलीपैड बह गया जबकि कुल्लू-मनाली मार्ग पर डोभी पुल बह गया। इसी के साथ क्लॉथ गर्म पानी स्नानागार, सेउबाग पुल, .नेहरू कुंड पुल भी बह गया और भुंतर पुल खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया।
कुल्लू मनाली मार्ग पर भूतनाथ पुल का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया और नेशनल हाई वे 21 अवरुद्ध हो गया। मनाली में वॉल्वो तो कुल्लू में ट्रक बह गया। लाहुल स्पिति में जीवन अस्तव्यस्त हो गया। जहां ट्रक यूनियन में 3 दुकाने बही वहीं कैंपिंग साइट,नेचर पार्क,होटल एप्पल वैली,आखड़ा बाजार,भुंतर, लंका बेकर हनुमान मंदिर रामशिला, वबेली, रायसन,डोभी विहाल पतलीकूहल, हाथीथान जलमग्न हो गए।
सिस्सू टनल साइट में रिकार्ड डेढ़ फुट बर्फबारी हुई है। जिला मुख्यालय केलांग सहित लाहुल स्पिति बर्फ से ढक गया है। किसानों को भारी नुकसान मटर,आलू,गोभी व सेब बर्फ में दफ्न हो गए हैं। केलांग में दो फुट बर्फबारी हुई है और जिला के डैमों पर खतरा मंडरा रहा है। पहली बार पहाड़ों में बर्फ निचले क्षेत्रों में बाढ़ आई है।
इससे जिला कुल्लू का पर्यटन बैकफुट पर आ गया है। भयंकर बाढ़ से जिले की 90 फीसदी सड़कें तबाह हो गई हैं। जबकि लाहुल का संपर्क वक्त से पहले देश दुनिया से कट गया है। नेशनल हाई वे व फोरलेन को भी भारी नुकसान हुआ है।
रोहतांग दर्रा से 31 लोगों को रेस्क्यू कर बचाया गया है। डोभी विहाल सहित जिला कुल्लू से बाढ़ में फंसे 26 लोग रेस्क्यू कर बचाया गया है। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की विभिन्न पेयजल व सिंचाई योजनाओं को साढे सात करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग को पांच करोड़ रुपये, बिजली बोर्ड लिमिटेड चार करोड़ और मत्स्य पालन विभाग को लगभग एक करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। अक्षय सूद ने बताया कि सभी विभागों से नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तलब की जा रही है।
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