Uttarakhand glacier burst: राहत कोष के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिए 11 करोड़
चंडीगढ़। उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ की वजह से सैकड़ों लोग लापता हो गए। दर्जनों मौतें हुईं। नदियां पानी और मलबे से भर गईं। इस त्रासदी से निपटने हेतु हरियाणा सरकार ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने स्वैच्छिक कोष से उत्तराखंड त्रासदी कोष में 11 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हरियाणा सरकार देवभूमि उत्तराखंड को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। यह जानकारी आज हरियाणा के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से दी गई।
गौरतलब है कि, ग्लेशियर ढहने के बाद से उत्तराखंड की ऋषि गंगा नदी में बाढ़ आई। जिससे चमोली के गांव के लोग और परियोजनाओं में लगे मजदूर चपेट में आ गए। पुलिस एवं राहत और बचाव दल की ओर से अब तक 20 से ज्यादा लाशें मिलने की पुष्टि की जा चुकी है। बताया जा रहा है कि अभी भी 100 से अधिक लोग लापता हैं। एक अधिकारी ने कहा कि, यहां सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिनका अभी तक पता नहीं चल सका है। तपोवन में एक लंबी सुरंग में कुछ लोगों के अब तक फंसे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।'
चमोली हादसे पर अमित शाह ने राज्यसभा में दिया बयान, बोले- 197 लापता, 20 की गई जान
उत्तराखंड में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 190 से ज्यादा लोग लापता हैं। 2 दिन पहले जोशीमठ के पास ग्लेशियर फटने की वजह से यह हादसा हुआ था। गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में चमोली हादसे पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियां हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अमित शाह ने कहा कि राहत और बचाव में आईटीबीपी के 450 जवान, एनडीआरएफ की पांच टीमें और भारतीय सेना की 8 टीमें, भारतीय वायुसेना व 5 हेलीकॉप्टर मौके पर तैनात हैं और लापता लोगों की तलाश में मदद कर रहे हैं।