जेल सुपरिंटेंडेंट नकली अंगूठे से लगवाता था बायोमिट्रिक हाजिरी, खुद करता रहा प्रॉपर्टी डीलर का काम
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की लेत-लतीफी पर लगाम लगाने के लिए सभी सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था लागू कर दी है। इस व्यवस्था के बाद लगने लगा कि अब सरकारी कर्मचारी वक्त पर दफ्तर पहुंचने के लिए बाध्य हो जाएंगे, लेकिन लोगों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। हरियाणा के पलवल जेल के जेल सुपरिंटेंडेंट ने तो बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए ऐसा जुगाड़ निकाला कि जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।
पलवल के जेल में तैनात जेल अधीक्षक ने बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए नकली अंगूठा ही बनवा लिया। वो अपने एक कर्मचारियों से नकली अंगूठे के जरिए बायोमेट्रिक हाजिरी लगवाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता रहा और खुद प्रॉपर्टी डीलर का काम करता रहा। जेल अधीक्षक की इस हरकत के बारे में जब आइजी जेल को शिकायत मिली तो उन्होंने जांच के आदेश दे दिए। जांच में पाया गया कि पहले पलवल जेल और फिर और वर्तमान में फरीदाबाद जेल में जेल अधीक्षक के तौर पर तैनात अनिल कुमार नकली अंगूठे की मदद से अपनी हाजिरी लगवाता है।
जांच में टीम ने पाया कि जिस वक्त उसकी हाजिरी बायोमिट्रिक मशीन से लगी, उस वक्त उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का लोकेशन उनके घर और किसी दूसरे की थी। बाद में जांच में पता चला कि उसने हाजिरी लगवाने के लिए नकली अंगूठा बनवा रखा था। जांच में दोषी पाए जाने के बाद आरोपी जेल अधीक्षक अजय कुमार के खिलाफ हरियाणा सिविल सर्विस सेवाएं दंड एवं अपील में मामला दर्ज कर लिया गया है और विभागीय नियमों के मुताबिक उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।