बर्ड फ्लू का खतरा: गुजरात में मृत मिले 40 कौए और बगुले, जांच के लिए भोपाल भेजे गए सैंपल
सूरत। राजस्थान-मध्य प्रदेश समेत 8 राज्यों में बर्ड-फ्लू का प्रकोप होने के चलते काफी तादाद में पक्षी मृत पाए जा रहे हैं। गुजरात की बात की जाए तो यहां भी दक्षिणी गुजरात में 3 दिनों के दरम्यान 40 कौए और 2 बगुले मृत मिले हैं। गुजरात सरकार ने यूं तो अभी अपने प्रदेश में बर्ड-फ्लू की पुष्टि नहीं की है, लेकिन आशंका यही जताई जा रही है। ऐसे में मृत कौओं के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। जहां पता किया जाएगा कि पक्षियों की मौत आखिर क्यों हो रही है।
Recommended Video
गुजरात में कुछ दिन पहले भी कुछ कौए मृत पाए गए थे। हाल ही की बात है कि, तापी जिले के वालोड तहसील के वीरपुर में मोरारजी देसाई कॉलेज के कैंपस में 23 कौओं और 2 बगुलों की मौत हो जाने का पता चला। बताया गया कि, ये मौतें पिछले तीन दिनों में हुईं। वहीं, सूरत के बारडोली के पठान कब्रिस्तान में शुक्रवार को भी 17 कौओं की रहस्यमय मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि, 'ये बर्ड फ्लू से हो रहा है या नहीं, यही पता लगाने के लिए मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल की लैब भेजे गए हैं। भोपाल से रिपोर्ट आने के बाद इनकी मौत का कारण सामने आएगा। फिलहाल लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।'' हालांकि, यह डर इसलिए फैल रहा है कि क्योंकि पड़ोसी प्रांत राजस्थान में काफी संख्या में पक्षियों की जान जा रही है।
संवाददाता के अनुसार, गुजरात के जूनागढ़ जिले के बांटवा गांव में 2 जनवरी को बतख-टिटहरी-बगुला सहित 53 मृत पक्षी पाए गए थे। एक्सपर्ट्स बर्ड फ्लू फैलने की बात कर रहे हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू की आशंका के चलते इनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं, सरकार ने पक्षियों की मौत को लेकर शासन-प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर ने इन पक्षियों की मृत्यु रोग से ही होने की आशंका व्यक्त की है।
VIDEO: राजस्थान के बाद गुजरात में भी बतख-टिटहरी-बगुला जैसे पक्षी मृत पाए गए, अलर्ट जारी
गुजरात के प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्यामल टीकादार ने बताया कि, बर्ड फ्लू की आंशका से हमने अलर्ट घोषित किया है। वहीं, इससे पहले रेंज वन अधिकारी ए.ए. चावडा ने बताया कि, 53 पक्षी मृत मिले हैं, लेकिन इनकी मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। वैसे तो हर साल सर्दियों के मौसम में पक्षियों की मुसीबत बढ़ जाती हैं। लेकिन इस बार ज्यादा मौतों की खबर आ रही हैं। कारण जानने के लिए पशु-चिकित्सा विभाग पीएम सहित कार्रवाई कर रही है।"