गुजरात उपचुनाव परिणाम 2020: जानिए आठों सीटों का हाल, किसे कहां मिली कितने वोटों से जीत, कैसे हुआ मुकाबला
गांधीनगर। गुजरात की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं। यहां सत्तारूढ भाजपा ने पहले रुझानों में कांग्रेस को पीछे छोड़ा, उसके बाद बीती रात साढ़े 7 बजे तक सभी सीटों पर जीत हासिल कर ली। उपचुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। अबडासा, करजण, गढडा, मोरबी, लींबडी, धारी, कपराडा और डांग सभी सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। ये सभी आठों सीटें पहले कांग्रेस के पास थीं। इसी साल जून के महीने में राज्यसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के 8 विधायकों ने इनसे इस्तीफा दे दिया था। भाजपा की राज्यसभा सीटें कायम रखने के लिए जिन 8 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ी थी, उनमें से 5 को भाजपा ने टिकट दिए। बागी कहलाए गए वे नेता भी जीत गए।
Recommended Video
कौन प्रत्याशी कितने वोटों से जीता? सबसे बड़ी जीत किसकी?
भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in/ पर दी गई जानकारी के मुताबिक, गुजरात में 8 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को सबसे बड़ी जीत आदिवासी बहुल डांग सीट पर मिली। यहां पार्टी के उम्मीदवार विजय पटेल ने कांग्रेस के निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 60 हजार से ज्यादा मतों से हराया। विजय पटेल को 70 फीसदी मत मिले। डांग विधानसभा सीट के अलावा भाजपा को को दूसरी बड़ी जीत भी वलसाड जिले की आदिवासी बहुल कपराडा सीट से हाथ लगी।
कपराडा सीट पर भाजपा के जीतू चौधरी ने कांग्रेस के बाबू पटेल को 47 हजार मतों से हराया। वहीं, कच्छ जिले की अबडासा सीट पर प्रद्युम्न सिंह जाडेजा ने कांंग्रेस प्रत्याशी को 36 हजार से ज्यादा मतों से मात दी। सुरेन्द्रनगर जिले की लिंबडी सीट की बात की जाए तो पूर्व मंत्री किरीट सिंह राणा ने कांग्रेस उम्मीदवार को 32 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया। वहीं, अमरेली जिले की धारी सीट पर भाजपा के जेवी काकडिया जीते। उन्होंने कांग्रेस के सुरेश कोटडिया को 17 हजार वोटों से हराया।
वडोदरा जिले की करजण सीट की बात करें तो यहां भाजपा के अक्षय पटेल से कांग्रेस के उम्मीदवार 16 हजार से ज्यादा मतों से हारे। वहीं, बोटाद जिले की गढड़ा सुरक्षित सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री आत्माराम जीते। चुनाव आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in/ पर दी गई जानकारी के मुताबिक, आत्माराम ने कांग्रेस प्रत्याशी मोहन सोलंकी को 23 हजार से ज्यादा मतों से हराया। चौंकाने वाली यह है कि, पिछली बार वह विधानसभा में हार गए थे।
मोरबी सीट की बात करें तो इस उपचुनाव में यह एकमात्र शहरी सीट थी। यहां कांग्रेस ने भाजपा को खूब टक्कर दी। जिसके चलते भाजपा प्रत्याशी ब्रृजेश मेरजा को कम मतों से जीत मिली। चुनाव आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in/ पर दी गई जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कांग्रेस के जयंतीलाल पटेल को 4649 मतों से हराया। इस तरह इस सीट पर भाजपा को सबसे कम अंतर से जीत मिली। बता दें कि, बीते कल कुछ राउंड तक कांग्रेस प्रत्याशी भी आगे दिखे। हालांकि, अंतत: मेरजा जीत गए।
गुजरात: जो 8 विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास थीं, उनमें से 5 भाजपा ने जीतीं, बाकी 3 कौन जीत रहा?
इन
सीटों
पर
81
उम्मीदवार
लड़े
थे
चुनाव
अबडासा,
करजण,
गढडा,
मोरबी,
लींबडी,
धारी,
कपराडा
और
डांग
सीट
पर
कुल
81
उम्मीदवारों
ने
चुनाव
लड़ा।
जिनमें
51
निर्दलीय
भी
मैदान
में
थे।
सर्वाधिक
14
उम्मीदवार
लींबडी
और
सबसे
कम
चार
कपराडा
में
थे।
करजण
और
डांग
में
नौ-नौ,
अबडासा
में
10,
धारी
में
11
और
मोरबी
व
गढडा
में
12-12
उम्मीदवार
थे।
हालांकि,
जो
चुनाव
परिणाम
आए,
उसके
अनुसार
सभी
आठ
सीटों
पर
मुख्य
मुकाबला
सत्तारूढ़
भाजपा
और
कांग्रेस
के
बीच
ही
हुआ।
गुजरात: भाजपा आठों विधानसभा सीटों पर जीत गई, ये सभी कांग्रेस के पास थीं, बागियों ने ही हराया
कुल
182
सीटें
हैं
गुजरात
में
गुजरात
में
182
सदस्यों
वाले
सदन
में
भाजपा
के
पास
103
विधानसभा
सीटें
हैं।
वहीं,
कांग्रेस
के
पास
फिलहाल
सिर्फ
65
सीटें
ही
हैं।
वर्ष
2017
में
हुए
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
ने
71
सीटें
जीती
थीं,
जो
घटती
चली
गईं।
अब
माना
जा
रहा
है
कि,
इन
उपचुनावों
के
नतीजे
सरकार
पर
सीधा
असर
नहीं
डालेंगे।
अभी
गुजरात
में
स्थानीय
निकायों
के
चुनाव
भी
होने
हैं,
इसलिए
उपचुनावों
में
वोटर्स
का
मूड
समझना
अहम
होगा।