गोवा को मिला दूसरा एयरपोर्ट, पीएम मोदी ने मोपा इंटरनशेनल एयरपोर्ट का किया उद्घाटन
गोवा में डबलिन के बाद दूसरे एयरपोर्ट मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन।
Mopa International Airport: गोवा के लोगों को डबलिन के बाद एक और एयरपोर्ट मिलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में दूसरे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट मोपा का आज उद्घाटन कर दिया है। इस एयरपोर्ट की नींव खुद प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2016 में रखी थी। यह गोवा का दूसरा एयरपोर्ट है, इस एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से यहां आने वाले यात्रियों को काफी सुविधा होगी। डबलिन एयरपोर्ट गोवा का एकमात्र एयरपोर्ट था, जिसकी वजह से यहां पर यात्रियों की भीड़ काफी ज्यादा रहती थी।
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एयरपोर्ट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मैं इस बात से खुश हूं कि मोपा में इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम दिवंगत मनोहर पर्रिकर के नाम पर रखा गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे बढ़ाने का सरकार का नजरिया अब बदल गया है, यह एयरपोर्ट इसका बेहतरीन उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से पार्रिकर जी का नाम यहां आने जाने वाले हर व्यक्ति की स्मृति में रहेगा। हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर दशकों तक जो एप्रोच रही है उसमे सरकारों द्वारा लोगों की जरूरत से ज्यादा वोट बैंकों को प्राथमिकता दी गई है, इस वजह से अक्सर ऐसी परियोजनाओं पर भी हजारों करोड़ रुपए खर्च किए गए, जिनकी उतनी जरूरत थी नहीं, इसी वजह से अक्सर जहां इंफ्रास्ट्रक्चर लोगों के लिए जरूरी होता था, उसे नजरअंदाज कर दिया जाता था।
गोवा का यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट इसका ही एक उदाहरण है। गोवा वासियों की ही नहीं बल्कि देशभर के लोगों की यह पुरानी मांग थी कि यहां एक एयरपोर्ट से काम नहीं चल रहा है, गोवा को दूसरा एयरपोर्ट चाहिए। जब अटल जी की केंद्र में सरकार थी तब इस एयरपोर्ट की प्लानिंग हुई थी, लेकिन अटल जी की सरकार जाने के बाद इस एय़रपोर्ट के लिए बहुत कुछ नहीं किया गया। लंबे समय तक यह प्रोजेक्ट लटकता रहा। 2014 में गोवा ने विकास का डबल इंजन लगाया। हमने फिर से सारी प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की, 6 साल पहले मैंने इसकी आधारशिला रखा था। बीच में कोर्ट कचहरी से लेकर महामारी तक बहुत अड़चनें आई। लेकिन आज यह शानदार एयरपोर्ट बनकर तैयार है।
यहां साल में करीब 40 लाख यात्रियों को हैंडल करने की सुविधा है। आने वाले समय में यह सुविधा 3.5 करोड़ तक पहुंच सकती है। इस एयरपोर्ट से निश्चित रूप से पर्यटन को बहुत लाभ होगा। दो एयरपोर्ट होने से कार्गो हब के रूप में गोवा के लिए संभावनाएं बहुत बढ़ गई है। मनोहर इंटरनेशल एयरपोर्ट आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बदली हुई सरकारी सोच और एप्रोच का प्रमाण है। इस देश में एयर ट्रैवेल से जुड़ा इतना बड़ा पोटेंशियल है, फिर भी हम उसमे पीछे रह गए। अब देश विकास के आधुनिक सोच के साथ काम कर रहा है, जिसके नतीजे हमे देखने को मिल रहे हैं। आजादी के बाद 2014 तक देश में कुल 70 एयरपोर्ट थे। ज्यादातर सिर्फ बड़े शहरों में हवाई यात्रा की सुविधा थी, लेकिन हमने हवाई यात्रा को छोटे-छोटे शहरों में पहुंचाने का बीड़ा उठाया। हमने देशभर में नेटवर्क का विस्तार किया, उड़ान योजना के जरिए सामान्य लोगों को हवाई यात्रा का अवसर दिया।
पीएम ने कहा कि बीते 8 वर्षों में देश में तकरीबन 72 नए एयरपोर्ट तैयार किए गए हैं। यानि अब भारत में एयरपोर्ट की संख्या दो गुना हो चुकी है। वर्ष 2000 में साल भर में देश में 6 करोड़ लोग हवाई यात्रा का लाभ लेते थे। 2020 में कोरोना काल से पहले यह संख्या 14 करोड़ से अधिक हो गई थी। इसमे भी एक करोड़ से अधिक साथियों ने उड़ान योजना का लाभ उठाकर हवाई यात्रा की थी। इन सभी प्रयासों की वजह से आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट बन चुका है। उड़ान योजना ने जिस तरह से देश के मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा किया है, वह किसी विश्वविद्यालय के लिए अध्ययन का विषय है। बहुत साल पहले मध्यम वर्ग लंबी दूरी के लिए ट्रेन का टिकट चेक करता था, लेकिन अब छोटी दूरी के लिए भी लोग हवाई जहाज का टिकट देखते हैं।