AIIMS के बाद गुजरात को मिला ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट, CM रुपाणी के इलाके में खर्च होंगे 1400 करोड़
Gujarat News, गांधीनगर। एम्स के बाद गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मंजूरी दे दी है। यह ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट करीब 1,400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का इलाका होने की वजह से इस प्रोजेक्ट के जल्द पूरे होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। वहीं, राजकोट शहर सैराष्ट्र से जुड़े अन्य शहरों तक अच्छी कनेक्टिवटी भी रखता है।

अधिकारियों के अनुसार, 2,534 एकड़ में फैले इस हवाई अड्डे को मौजूदा राजकोट हवाई अड्डे से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित किया जाएगा, जिसकी क्षमता बाधित है और इसके आसपास वाणिज्यिक विकास के कारण इसका विस्तार नहीं किया जा सकता है।
असल में राजकोट ग्रीनफील्ड अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अहमदाबाद, राजकोट को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-8B) के पास हीरासर में बनाया जाने वाला एक ग्रीनफ़ील्ड हवाई अड्डा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 1,405 करोड़ रुपये की लागत से हवाई अड्डे का विकास किया जाएगा।
मई 2017 में केंद्र द्वारा हवाई अड्डे के लिए साइट मंजूरी की मंजूरी दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2017 को आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह की अध्यक्षता की। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF) ने पर्यावरण मंजूरी (EC) दी। 10 अक्टूबर के दिन बताया गया कि इस परियोजना के लिए हवाई अड्डा एयरबस ए-320 प्रकार के विमानों को संभालने में सक्षम होगा। इसमें शोर अवरोधक के रूप में कार्य करने के लिए वर्षा जल संचयन प्रणाली, सौर ऊर्जा प्रणाली और इसकी परिधि के साथ एक ग्रीन बेल्ट होगी।
वहीं, कुछ जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने ये फेसला लिया है। भाजपा सौराष्ट्र की लोकसभा सीटें कवर करने के लिये राजरोट के लिये दो बड़े फैसले सरकार से करवा चुकी है। हाल ही जैसे, यूनियन कैबिनेट ने राजकोट, गुजरात में एक नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास को मंजूरी दी। तब बैठक के बाद एक मीडिया संबोधन में, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि हवाई अड्डे को एक विशेष उद्देश्य वाहन (एसपीवी) के माध्यम से विकसित किया जाएगा।
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