2014 की एकतरफा हार को अब जीत में बदलने के लिए गुजरात में कांग्रेस ने खेला यह दांव
Gujarat News, राजकोट। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात में एकतरफा हारने के बाद कांग्रेस ने अब भाजपा से हिसाब चुकता करने के लिए नया दांव चल दिया है। 5 साल पहले के मुकाबले कांग्रेस ने इस बार चुनाव में दोगुने पाटीदार उम्मीदवार खड़े किए हैं। ये संख्या उसके कुल 26 उम्मीदवारों की 33% है, यानी इस बार 8 पाटीदारों को टिकट दिया है।
मालूम हो कि, गुजरात के कुछ इलाकों में पाटीदार मतदाताओं का ही वर्चस्व रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने इस हकीकत को दरकिनार कर महज 4 पाटीदारों को लोकसभा का टिकट दिया था। वहीं, भाजपा ने भी 5 पाटीदार उम्मीदवार बनाए थे। मगर, इस बार कांग्रेस ने भाजपा से भी ज्यादा पाटीदार उम्मीदवार बनाए हैं। भाजपा इस बार भी 6 पाटीदारों को उम्मीदवार बना पाई है।
पाटीदार
आंदोलन
का
पूरा
फायदा
उठाने
के
मूड
में
कांग्रेस
2014
में
प्रधानमंत्री
बने
मोदी
गुजरात
की
जिम्मेदारी
आनंदीबेन
पटेल
को
सौंपकर
दिल्ली
चले
गए।
उनके
कार्यकाल
में
हुए
पाटीदार
अनामत
आंदोलन
के
कारण
ही
2017
के
चुनावों
में
भाजपा
को
काफी
कम
विधायकों
के
साथ
सरकार
बनानी
पड़ी।
अब
कांग्रेस
इस
बात
का
पूरा
फायदा
उठाना
चाहती
है।
इसीलिए
इस
बार
पाटीदारों
को
ज्यादा
तवज्जो
दी
गई।
दूसरे, हार्दिक पटेल से भी कांग्रेस को बहुत उम्मीदें हैं। हार्दिक पटेल का कहना है कि वो सभी 26 सीटों पर जमकर भाजपा विरोधी प्रचार करेंगे। ऐसे में अगर समीकरण पिछले विधानसभा चुनावों जैसे बनते हैं, तो कांग्रेस को इसका बड़ा फायदा मिल सकता है।
भाजपा
ने
ओबीसी
वोटबैंक
पर
चला
दांव
इधर,
भाजपा
ने
पिछले
विधानसभा
चुनावों
में
हुए
नुकसान
के
बावजूद
पाटीदारों
को
खास
महत्व
नहीं
दिया।
पाटीदारों
पर
निर्भर
रहने
के
बजाय
भाजपा
द्वारा
आने
वाले
लोकसभा
चुनावों
के
लिए
ओबीसी
वोटबैंक
पर
ध्यान
केंद्रित
किया
गया
है।
इसीलिए
न
सिर्फ
कांग्रेस
से
बावलिया
को
मैदान
में
लाया
गया
है,
बल्कि
उन्हें
मंत्री
पद
देकर
ओबीसी
समाज
का
विश्वास
हासिल
करने
का
प्रयास
किया
गया।
हालांकि,
भाजपा
का
यह
दाव
कितना
सफल
होगा
ये
तो
आने
वाला
वक़्त
ही
बताएगा।
पाटीदार
आंदोलन
के
प्रणेता
हार्दिक
पटेल
भी
कांग्रेसी
पाटीदार
अनामत
आंदोलन
को
महत्वपूर्ण
मानते
हुए
कांग्रेस
ने
हार्दिक
पटेल
की
ताकत
का
लोहा
माना।
ऐसे
में
जबकि,
हार्दिक
ने
12
मार्च
को
कांग्रेस
ज्वॉइन
कर
ली
तो
कांग्रेस
की
कोशिश
है
कि
ज्यादा
से
ज्यादा
असंतुष्ट
पाटीदार
वोटों
को
अपनी
तरफ
खींच
लिया
जाए।
हालांकि,
कानूनी
अड़चनों
के
कारण
हार्दिक
चुनाव
नहीं
लड़
पाएंगे।
वैसे
कांग्रेस
के
कुल
8
और
भाजपा
के
6
पाटीदार
उम्मीदवारों
के
बीच
इस
बार
रोचक
मुकाबला
होने
की
उम्मीद
है।
राजकोट,
पोरबंदर,
महेसाणा,
अमरेली
और
अहमदाबाद
ईस्ट
सीट
पर
पाटीदार
बनाम
पाटीदार
मुकाबला
होगा।
पढ़ें: गुजरात की ये 10 सीटें ऐसी, जहां भाजपा-कांग्रेस ने चुनाव में उतारे हैं एक ही जाति के उम्मीदवार
कांग्रेस
के
पाटीदार
उम्मीदवारों
की
सूची
परेश
धानाणी
-
अमरेली
ललित
वसोया
-
पोरबंदर
ललित
कगथरा
-
राजकोट
प्रशांत
पटेल
-
वडोदरा
ए.
जे.
पटेल
-
महेसाणा
गीता
पटेल
-
अहमदाबाद
ईस्ट
अशोक
अधेवाडा
-
सूरत
मनहर
पटेल
-
भावनगर
भाजपा
के
पाटीदार
उम्मीदवारों
की
सूची
मोहन
कुंडारिया
-
राजकोट
रमेश
धडुक
-
पोरबंदर
मितेश
पटेल
-
आणद
शारदा
पटेल
-
महेसाणा
नारण
काछडिया
-
अमरेली
हसमुख
पटेल
-
अहमदाबाद
ईस्ट
गुजरात: लोकसभा चुनाव 2019 से जुड़ी सभी जानकारी यहां पढ़ें