ठाकोर समाज की बैठक में अल्पेश के बहिष्कार की घोषणा, क्या कांग्रेस छीन लेगी विधायक पद?
Gujarat News, गांधीनगर। कांग्रेस से इस्तीफा दिए जाने के बाद भी राजनीति में अल्पेश ठाकोर की आगे की राह आसान नहीं दिख रही। भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन करने का ऐलान करने वाले उत्तर गुजरात के ठाकोर समुदाय के नेता अल्पेश से नाराज हैं। पाटण (Patan) जिले में हुई ठाकोर समाज की बैठक में अल्पेश ठाकोर के बहिष्कार की घोषणा की गई है। कई नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के साथ हैं। ऐसे में अब लोगों की नजरें इस ओर हैं कि कांग्रेस इन नेताओं का समर्थन पाने के लिए यदि अल्पेश पर कार्रवाई करती है तो अल्पेश को विधायक पद भी खोना पड़ जाएगा। कई सियासी जानकार कह रहे हैं कि, अल्पेश ने कांग्रेस का साथ छोडकर अपने राजनीतिक जीवन पर प्रश्नचिन्ह लगा लिया है।
'उत्तर गुजरात की चार सीटों पर ठाकोर समाज कांग्रेस से साथ'
अल्पेश पर नाराजगी जताते हुए राधनपुर के ठाकोर समाज के नेता गोविंदजी ठाकोर ने कहा, ''कांग्रेस छोड़ने के बाद अल्पेश ठाकोर, धवल सिंह झाला और भरतजी ठाकोर भाजपा की ओर से कांग्रेस के उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। लेकिन हम उन्हें बता देते हैं कि उत्तर गुजरात की चार सीटों पर ठाकोर समाज कांग्रेस से साथ है। पाटण से कांग्रेस उम्मीदवार जगदीश ठाकोर को हम भारी बहुमत से जिताएंगे।''
स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चलते बढ़ी अल्पेश की मुसीबत
दूसरी ओर अल्पेश की मुसीबत स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चलते बढ़ गई हैं। कांग्रेसियों ने अल्पेश समेत तीनों नेताओं की कांग्रेस विरोधी गतिविधियों को हाईकमांड के सामने रखा है, ताकि कांग्रेस अल्पेश ठाकोर और दो अन्य सहयोगी भरतजी और धवल सिंह की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर सकें और विधायक का पद भी छीन सकें। अगर कांग्रेस फैसला लेती है तो तीनों सदस्य का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस के तौर पर भेज सकती है।
तीनों की सदस्यता रद्द हो जाती है, तो वे विधायक नहीं रह सकते
कांग्रेस को तीनों सदस्यों के इस्तीफे को मंजूर करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर भेजना होगा। यदि तीनों की सदस्यता रद्द हो जाती है, तो वे विधायक नहीं रह सकते हैं। तीनों सीटें खाली होगी, जहां उपचुनाव हो सकते हैं। कांग्रेस इस मुद्दे पर कानूनी सलाह ले रही है। लोकसभा चुनाव के बाद, कांग्रेस छोड गये तीनों सदस्यों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दूर करके विधायक पद छीन सकती है। अगर ऐसा होता है तो, कांग्रेस के तीनों सदस्य विधायक नहीं रह पाएंगे।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस अभी यह कदम उठाती है, तो अल्पेश ठाकोर और दो अन्य सदस्य लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कांग्रेस चुनाव से पहले तीनों सदस्यों को हीरो बनाने के मूड में नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने ठाकोर समाज के नेताओं के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं और कांग्रेस उम्मीदवारों को जीताने के लिए समर्थन मांगा है।
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