IL&FS संकट के बाद GIFT CITY में अब बनेंगे IT पार्क, पहली बार गुजरात सरकार करा रही ये काम
Gujarat News, गांधीनगर। इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS crisis) विवाद के बाद अब गुजरात सरकार देश के पहले स्मार्ट सिटी (GIFT CITY) में नया आईटी पार्क विकसित करने जा रही है। मोदी सरकार के आदेश के बाद राज्य सरकार ने आईटी पार्क के लिए जमीन आवंटित कर दी है। इस प्रोजेक्ट में IL&FS (INFRASTRUCTURE LEASING AND FINANCIAL SERVICES) ने बड़ा हिस्सा पाया हे। गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक) में जो दो टावर 23 मंजिल के हैं, वह इस कंपनी ने ही बनाए हैं।
अब
यह
कर
रही
गुजरात
सरकार
इसी
बीच
कुछ
और
बेहतर
करने
की
कोशिश
करते
हुए
सरकार
ने
एक
नया
तरीका
खोजा
है।
एक
तरफ
गिफ्ट
सिटी
एक
नए
डेवलपर
की
तलाश
में
है,
तब
कुछ
प्रोजेक्ट
सरकार
द्वारा
लिए
गए
हैं।
सरकारी
सूत्रों
के
अनुसार,
गिफ्ट
सिटी
की
कुछ
जमीन
गुजरात
शहरी
विकास
कंपनी
द्वारा
खरीद
जाएगी
और
जमीन
खरीदने
के
बाद
जीआईडीसी
को
सौंप
दी
जाएगी।
इस
जमीन
में,
जीआईडीसी
खुद
एक
आईटी
पार्क
बनाने
वाला
है।
ताईवान
की
सरकार
लेगी
हिस्सा!
राज्य
के
उद्योग
विभाग
के
एक
अधिकारी
ने
कहा
है
कि
गिफ्ट
सिटी
में
आईटी
पार्क
विकसित
करने
के
लिए,
ताइवान
के
प्रतिनिधिमंडल
ने
वाइब्रेंट
शिखर
सम्मेलन
के
दौरान
गिफ्ट
सिटी
का
दौरा
किया
था
और
निवेश
करने
के
लिए
वह
उत्सुक
थे।
माना
जाता
है
कि
यह
आइटी
पार्क
ताइवान
सरकार
के
साथ
साझेदारी
में
होने
की
संभावना
है।
एक
प्रशिक्षण
संस्थान
भी
स्थापित
किया
जाएगा
गिफ्ट
सिटी
में
IL&FS
के
स्वामित्व
वाले
दो
टावर
हैं।
जिनकी
लागत
11,00
करोड़
से
अधिक
है,
इसलिए
सरकार
अभी
इसे
खरीद
नहीं
पा
रही
है,
लेकिन
गिफ्ट
सिटी
की
शेष
भूमि
में
सरकार
ने
एक
नई
विकास
योजना
बनाई
है।
इस
आईटी
पार्क
के
साथ,
गिफ्ट
सिटी
में
एक
प्रशिक्षण
संस्थान
भी
स्थापित
किया
जाएगा।
18
फरवरी
से
बजट
(वोट
ओन
एकाउंट)
सत्र
शुरू
हो
रहा
है।
जिसमें
गिफ्ट
सिटी
के
आईटी
पार्क
की
घोषणा
होने
की
संभावना
है।
गांधीनगर की पेरिफेरी में यह तीसरा आईटी पार्क है। पहला आटी पार्क 1999 में इन्फोसिटी बना था। उसके बाद गांधीनगर में राहेजा आईटी पार्क 2005 में बना है, अब गिफ्ट सिटी में भी आइटी पार्क बनने जा रहा है, जो खुद गुजरात सरकार की गुजरात इंडस्ट्रीयल डेवलपमेन्ट कोर्पोरेशन (जीआईडीसी) बना रही है।