जियो थर्मल पावर प्रोजेक्ट लॉन्च करने वाला दूसरा राज्य बन सकता है गुजरात, ये हैं इसकी विशेषताएं
Gujarat News, गांधीनगर। आने वाले समय में गुजरात जियो थर्मल पावर प्रोजेक्ट लॉन्च करने वाला देश का दूसरा राज्य बन सकता है। यहां सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए जुटी हुई है, जिसके पूरा होने पर राज्य में बिजली उत्पादन काफी बढ़ जाएगा। बता दें कि, जियो थर्मल पावर प्रोजेक्ट लॉन्च करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है।
क्या
है
जियो
थर्मल
पावर
और
गुजरात
में
कहां
लगेगा
प्रोजेक्ट?
जियो
थर्मल
का
मतलब
है
कि
गर्म
पानी
के
कुंड
या
गरम
पानी
के
झरने
से
बिजली
पैदा
करना।
छत्तीसगढ़
राज्य
में
जहां
सबसे
अधिक
गरम
पानी
के
कुंड
या
झरने
हैं,
वहां
इससे
बिजली
परियोजनाएं
शुरू
की
गईं।
गुजरात
एनर्जी
डेवलपमेन्ट
एजंसी
के
अधिकारी
के
मुताबिक,
गुजरात
में
ऐसी
16
जगहें
है,
जहां
गरम
पानी
मिलता
है।
राज्य
में
इन
सभी
परियोजनाओं
को
स्थापित
किया
जाता
है
तो
जियो
थर्मल
से
400
मेगावाट
बिजली
पैदा
की
जा
सकती
है।
गांधीनगर स्थित इन्स्टीट्युट ओफ सिस्मोलोजीकल रिसर्च (ISR) के सलाहकार बीके रस्तोगी ने कहा कि जर्मन विशेषज्ञों ने गुजरात में धोलेरा, टुवा, उनाइ और चोपरा में ऊर्जा के संभवित चार क्षेत्रों में शोध कार्य शुरू किया है। उनके अनुसार इस जगह पर दो से तीन मेगावाट बिजली संयंत्र स्थापित किए जा सकते हैं।
दुनिया भर में जियो थर्मल 11,400 मेगावाट बिजली पैदा करता है। यह हरित बिजली है इसलिए प्रदूषण की कोई गुंजाइश नहीं है। छत्तीसगढ़, गुजरात, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में जियो थर्मल पावर प्लांट विकसित किए जा सकते हैं क्योंकि 340 से अधिक गरम पानी के कुंड या जगह हैं, जहाँ टरबाइन चलाकर बिजली की सीधी आपूर्ति की जा सकती है।