मोदी की रैली के लिए 700 नहीं, मौके पर जुटे 10 हजार लोग, BJP प्रदेशाध्यक्ष बोले- कांग्रेस ने रास्ता रुकवाया
मोदी की रैली के लिए 700 नहीं, मौके पर जुटे थे 10 हजार लोग, BJP प्रदेशाध्यक्ष बोले- कांग्रेस ने रास्ते में रुकवाईं 3484 बसें, 9 हजार गाड़ियां
फिरोजपुर। प्रधानमंत्री मोदी के पंजाब दौरे में उनका फिरोजपुर जाना नहीं हो पाया। सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कहना है कि, मोदी खुद वापस लौटे और उनकी सुरक्षा में काई चूक नहीं हुई। कल की घटना को लेकर हर ओर प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे की ही चर्चा हो रही है। भाजपा और कांग्रेस नेताओं के अलावा उनके समर्थकों में सोशल मीडिया पर जोर-दार बहसबाजी हो रही है। वहीं, मुख्यमंत्री चन्नी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने ये दावा करते हुए कहा कि मोदी की रैली फ्लॉप हुई...मोदी इसलिए नहीं आए क्योंकि वहां भीड़ नहीं जुटी।
CM चन्नी ने भाजपा और PM मोदी पर दागे सवाल
बकौल मुख्यमंत्री चन्नी, "मोदी हमारे भी प्रधानमंत्री हैं। वे पंजाब आए इसके लिए हमने खूब तैयारियां कीं, तब उनका सड़क से जाने का कोई प्रोग्राम नहीं था। उन्होंने अचानक बठिंडा आकर अपना कार्यक्रम बदल लिया कि सड़क से जाना है। बिना किसी पूर्व योजना के यह सब हुआ। इसमें किसी तरह की कोई सुरक्षा लापरवाही नहीं बरती गई। दूसरे, फिरोजपुर में भाजपा ने बड़ी रैली रख दी। जहां 70 हजार कुर्सी लगा दी गईं, लेकिन आदमी 700 भी नहीं आए। ऊपर से बारिश भी हो गई। इस वजह से उनकी रैली नहीं हो पाई। और, मैं शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर लाठी-गोली नहीं चलवा सकता।"
भाजपा का दावा- बारिश में भी 10 हजार लोग जुटे
कांग्रेस और वामपंथियों के प्रधानमंत्री मोदी की रैली में भीड़ नहीं जुटने के दावे पर भाजपाइयों का कहना है कि, बारिश में भी 10 हजार लोग पहुंचे। कल मोदी के फिरोजपुर न पहुंच पाने पर सांसद हंसराज हंस, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने ही रैली को संबोधित किया। दोपहर को 1:48 बजे हंसराज ने 7 मिनट तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, पंजाबी भाजपा के साथ हैं और भाजपा ही प्रदेश का भला कर सकती है। बोले, "रैली में 1 लाख लोगों का इंतजाम था, और आज बारिश हो गई..बारिश में भी यहां 10 हजार पहुंचे हैं।"
रास्ते में 3484 बसें और 9 हजार गाडियां रोक दीं
पंजाब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी बोले, "कांग्रेस और राज्य सरकार ने रैली को असफल करने के हथकंडे अपनाए। पुलिस की मदद से 3484 बसें और 9 हजार गाडियां रास्तों में रोक दीं। इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के बजाए हाथ खड़े कर दिए..जो कि सरकार पर प्रश्नचिह्न है। अगर प्रधानमंत्री रैली में आते तो पंजाब के करोड़ों के प्रोजेक्ट देकर जाते। ऐसे में साजिशन कांग्रेस ने पंजाब का भी नुकसान किया है।"
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'कई जगह तो कुर्सियां छाते के तौर पर काम आईं'
एक अन्य नेता ने कहा कि, रैली में भले ही प्रधानमंत्री मोदी नहीं पहुंच पाए पर यहां पहुंचे करीब 10 हजार लोगों ने बारिश में दो से ढाई घंटे धैर्य बनाए रखा। रैली स्थल पर लोग 12 बजे से आने शुरू हो गए थे। पूरे कार्यक्रम के दौरान बूंदा-बांदी रही। ऐसे में कई जगह तो कुर्सियां छाते के तौर पर काम आईं। रैली में पहुंचे लोगों में महिलाएं भी खूब थीं। ठंड में भी लोग मोदी के नारे लगाते रहे। बाद में पता चला कि प्रधानमंत्री के रास्ते को रोक दिया गया है तो रैली को रद्द किया गया। इसके बाद लोग मायूस लौटे।"
पूर्व CM बोले- चन्नी सिद्धू की योजना कैसे पूरी होंगी
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मौजूदा सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, "बिना पैसे से चन्नी-सिद्धू कर रहे हैं घोषणाएं, कैसे पूरी होंगी?" उन्होंने कहा, हमारी पार्टी किसानों के हित में काम करेगी।