कैसे पॉलिटिकल ड्रामे के बाद भी डॉक्टर कलाम ने पूरा किया एक सपना
नई दिल्ली। जून 2006 में पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम ने दुनिया के मोस्ट एडवांस्ड फाइटर जेट सुखोई को उड़ाकर एक नया इतिहास रचा था। सुखोई को उड़ाना उनके बचपन का सपना था लेकिन इस सपने को पूरा करना इतना आसान नहीं था।
यह वह समय था जब दिल्ली में कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव हो रहे थे और इनकी वजह से हो सकता था कि डॉक्टर कलाम का एक सपना पूरा होने से रह जाता।
अरुण तिवारी की एक किताब, 'एपीजे अब्दुल कलाम:एक जिंदगी,' के हवाले से कहा गया है कि दिल्ली में राजनीतिक पार्टियां ऑफिस ऑफ प्रॉफिट बिल में संशोधन के लिए एक दूसरे से उलझी हुई थीं।
इस कश्मकश के बीच डॉक्टर कलाम ने तय किया कि वह इस उलझन के बाद भी अपने बचपन के सपने को पूरा करके रहेंगे। डॉक्टर कलाम ने साथ ही उस समय यह भी साबित कर दिया कि राष्ट्रपति सिर्फ एक रबर स्टैंप नहीं होता है। उन्होंने अपने कार्यकाल में सभी नियमों का भी पूरी तरह से पालन किया था।
डॉक्टर कलाम के निधन के चार माह बाद बाजार में आई 551 पेज की इस किताब के मुताबिक 16 मार्च 2006 को डॉक्टर कलाम ने चुनाव आयोग की ओर से आए उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था जिसके तहत समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन को अयोग्य ऑफिस ऑफ प्रॉफिट बिल के तहत अयोग्य घोषित किया जाना था।
डॉक्टर कलाम ने सख्ती के साथ चुनाव आयोग के परामर्श पर कार्रवाई की। कांग्रेस और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी को भी मालूम था कि इसके बाद विपक्ष उनके लिए मुसीबत पैदा कर सकता है, तो उन्होंने भी अपनी राय बरेली लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया।
किताब के मुताबिक सभी पार्टियों पर इसका प्रभाव नजर आने लगा था। दिल्ली में एक नया माहौल बन रहा था जिसमें खूब राजनीतिक ड्रामा था। इसके बाद भी आठ जून 2006 को डॉक्टर कलाम पुणे के लोहेगांव स्थित एयरबेस पहुंचे। यहां पर उन्होंने फाइटर जेट सुखोई को उड़ाने का वह सपना पूरा किया जो उन्होंने बचपन में देखा था।
डॉक्टर कलाम के साथ विंग कमांडर अजय राठौर बतौर को-पायलट एयरक्राफ्ट को उड़ा रहे थे। किताब में डॉक्टर कलाम की उस प्रतिक्रिया को भी जगह दी है।
उन्होंने कहा था, 'मैं ऊपर गया फिर मैं नीचे आया। फिर मैंने जेट को दाएं मोड़ा और फिर बांए। मैंने विंग कमांडर राठौर के हर उस निर्देश को पूरा किया जो फ्लाइंग के दौरान मुझे मिला।'
विंग कमांडर राठौर को डॉक्टर कलाम ने एक महान अध्यापक बताया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बात का गर्व है कि देश में ऐसे महान पायलट हैं।