
'दुखी होने की जरूरत नहीं क्योंकि...', सुपरस्टार कृष्णा के निधन पर राम गोपाल वर्मा ने ये क्या कह दिया?
Actor Krishna Demise: साउथ सुपरस्टार महेश बाबू के पिता कृष्णा अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका 15 नवंबर की सुबह 4 बजे कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। 14 नवंबर को उन्हें कॉन्टिनेंटल अस्पताल हैदराबाद में भर्ती कराया गया था। लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बच पाई और उनका 80 की उम्र में निधन हो गया।

राम गोपाल वर्मा ने एक्टर कृष्णा को दी श्रद्धांजलि
एक्टर कृष्णा की मौत की खबर आने के बाद से ट्विटर पर #RIPLEGEND ट्रेंड कर रहा है। टॉलीवुड इंडस्ट्री की कई हस्तियों ने महेश बाबू और उनके परिवार को संवेदना व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। इस बीच फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा, जो हर समय सुर्खियों में रहते हैं ने एक ऐसा ट्वीट किया जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल हो रहे हैं।

ट्वीट कर लिखा- 'इसमें दुखी होने की कोई जरूरत नहीं है'
राम गोपाल वर्मा ने महेश बाबू के पिता एक्टर कृष्णा को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया कि, " इसमें दुखी होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि मुझे यकीन है कि कृष्णा गरु और विजयनिरमालागरू इस वक्त स्वर्ग में गायन और नृत्य कर अपना बहुत अच्छा समय बिता रहे हैं।" हालांकि राम गोपाल वर्मा के इस ट्वीट के तुरंत बाद नेटिजेन्स ने उन्हें बुरी तरह लताड़ा।

नेटिजेन्स का फूटा गुस्सा
नेटिजेन्स ने राम गोपाल वर्मा पर इस दुख की घड़ी पर कॉमेडी करने का आरोप लगाया। एक यूजर ने अपना गु्स्सा जाहिर करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, 'क्या आप ऐसे नाजुक समय में कॉमेडी करना चाहते हैं।' एक अन्य यूजर ने लिखा कि, ;आप दर्द को तब तक नहीं जानते जब तक वो दर्द आप पर नहीं आता'। वहीं कुछ यूजर्स ने उनके इस ट्वीट को शर्मनाक बताया। फिलहाल राम गोपाल वर्मा का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

महेश बाबू ने खोया अपना परिवार
बता दें कि, महेश बाबू के लिए साल 2022 कुछ अच्छा नहीं रहा। 2 महीने सितंबर को पहले एक्टर ने अपनी मां को खोया था। वहीं, एक्टर के बड़े भाई रमेश बाबू का जनवरी, 2022 में निधन हो गया था। अब इस दर्द से एक्टर उभरे भी नहीं थे कि अब उनके पिता और मशहूर एक्टर कृष्णा को खो दिया।

एक्टर कृष्णा को इन फिल्मों से किया जाएगा याद
कृष्णा जैसे अभिनेता का यूं अचानक दुनिया से जाना वास्तव में सभी को दुखी कर दिया है। क्योंकि, मनोरंजन उद्योग में उनका योगदान बहुत बड़ा था। उन्होंने 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने कुछ फिल्मों में बतौर लीड रोल काम किया है। तो वहीं कुछ फिल्मों में उन्होंने निर्देशन भी किया है। उनका नाम इतिहास की किताबों में 'अल्लूरी सीताराम राजू', 'सिंहासनम' और 'पंडंती कपूरम' फिल्मों में निभाई गई भूमिकाओं के लिए लिखा गया है।