महिला सरपंच ने पेश की अनोखी मिसाल गांव के लोगों ने की तारीफ, अपने नए घर को बना दिया सरकारी स्कूल
कोडेगांव की महिला सरपंच शासकीय स्कूल के प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने स्कूल पहुंची थी जहाँ उन्होंने देखा कि स्कूल की हालत जर्जर हो चुकी है महिला सरपंच अहिमत वर्मा अपने नए मकान को स्कूल के लिए देने की घोषणा कर दी
राजनांदगांव, 17 जुलाई। राजनीति समाज सेवा का माध्यम होता है। मंचो से ऐसे भाषण आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन बहुत कम होते हैं जो ऐसी मिसाल पेश करे। नवगठित खैरागढ़ जिले के कुशियारी गांव की महिला सरपंच अहिमत वर्मा इस बात को साबित कर रहीं हैं कि राजनीति उनके लिए समाज सेवा का माध्यम है।
जर्जर
स्कूल
की
नही
हुई
मरम्मत,
सरपंच
ने
अपने
घर
को
बना
दिया
स्कूल
कोडेगांव
की
महिला
सरपंच
शासकीय
स्कूल
के
प्रवेशोत्सव
कार्यक्रम
में
शामिल
होने
स्कूल
पहुंची
थी
जहाँ
उन्होंने
देखा
कि
स्कूल
की
हालत
जर्जर
हो
चुकी
है
तब
महिला
सरपंच
अहिमत
वर्मा
अपने
नए
मकान
को
स्कूल
के
लिए
देने
की
घोषणा
कर
दी।
सरपंच
बताती
हैं
गांव
में
बने
स्कूल
भवन
अत्यंत
जर्जर
है।
जर्जर
स्कूल
में
बच्चों
की
पढ़ाई
बाधित
हो
रही
थी।
गांव
के
बच्चों
की
पढ़ाई
प्रभावित
न
हो
इसलिए
मैंने
अपने
नए
मकान
को
स्कूल
के
संचालन
के
लिए
दे
दिया
है।
ब्लॉक
के
कोडे़गांव
पंचायत
के
आश्रित
ग्राम
कुशियारी
में
संचालित
सरकारी
प्राथमिक
शाला
भवन
दो
साल
से
जर्जर
स्थिति
में
है।
यहां
नया
स्कूल
भवन
बनाने
ग्रामीण
सालों
से
मांग
कर
रहे
है,
लेकिन
इसकी
व्यवस्था
नही
हो
पाई
है।
जर्जर
भवन
में
टपकता
है
पानी
टूट
रहे
प्लास्टर
कुशियारी
प्राथमिक
शाला
के
जर्जर
भवन
में
पिछले
चार
साल
से
परेशानी
है।
स्कूल
के
छत
से
पानी
टपकता
है।
दीवालों
में
बडे़
बडे़
छेद
हो
गए
है।
छत
सहित
दीवारों
का
प्लास्टर
टूट
कर
बच्चों
पर
गिरता
है।
ग्रामीण
पिछले
कई
साल
से
नए
स्कूल
भवन
निर्माण
की
मांग
कर
रहे
है।
लेकिन
जनप्रतिनिधियों
सहित
प्रशासन
ने
इस
ओर
ध्यान
नही
दिया।
बताया
गया
कि
पिछले
साल
उम्मीद
से
कम
राशि
भवन
के
मरम्मत
के
लिए
आई
थी।
जिसे
ग्रामीणों
ने
मरम्मत
के
लिए
अपर्याप्त
बताते
वापस
लौटा
दिया
था।
बन्द
होने
के
कगार
पर
था
शासकीय
स्कूल
दरअसल
में
स्कूल
संचालन
के
लिए
गांव
में
कोई
अन्य
शासकीय
भवन
उपलब्ध
नही
होने
से
स्कूल
संचालन
बंद
होने
की
कगार
पर
था।
कोडे़गांव
की
महिला
सरपंच
अहिमत
वर्मा
आश्रित
ग्राम
कुशियारी
निवासी
है।
पहले
ही
स्कूल
प्रबंधन
सहित
शिक्षकों,
विभाग
के
अधिकारियों
ने
समस्या
सरपंच
को
बताते
व्यवस्था
में
सहयोग
मांगा
था।
कोई
व्यवस्था
नही
होने
पर
सरपंच
अहिमत
वर्मा
ने
अपना
नया
बनाया
मकान
स्कूल
के
संचालन
मेम
उपयोग
करने
का
सुझाव
शिक्षको
दिया
था।
कुशियारी
में
जब
तक
स्कूल
का
नया
भवन
नही
बनेगा।
तब
तक
स्कूल
का
संचालन
सरपंच
द्वारा
दिए
नए
मकान
में
किया
जाएगा।
अपने
लिए
बनाया
था
नया
मकान
सरंपच
अहिमत
वर्मा
ने
अपने
लिए
नया
मकान
बनवाया
था।
स्कूल
की
व्यवस्था
के
लिए
शिक्षा
विभाग
से
बीआरसी,
संकुल
प्राचार्य,
सहित
संकुल
समन्वयक
विभाष
पाठक
और
शाला
के
शिक्षक
प्रयासरत
थे।
लेकिन
परेशानी
के
बाद
सरपंच
अहिमत
वर्मा
ने
घर
में
स्कूल
संचालन
करानें
की
तैयारी
शुरू
की।
स्कूल
की
व्यवस्था
के
हिसाब
से
चार
कमरों
वाले
नए
मकान
में
सरपंच
ने
किचन
शेड
और
शौचालय
की
अलग
से
व्यवस्था
बनवाई।
नए
मकान
के
पीछे
खाली
पडे़
जमीन
को
खेल
मैदान
सहित
गार्डन
बनाए
जाने
की
तैयारी
है।
लोगो ने कहा सरपंच हो तो ऐसा
खैरागढ़ के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर महेंद्र भू आर्य ने भी सरपंच के इस सहयोग की तारीफ की उन्होंने कहा कुशियारी में प्राशा संचालन के लिए भवन की व्यवस्था नही हो पा रही थी। सरपंच के सामनें परेशानी रखने पर उन्होने अपने नए मकान को ही स्कूल के संचालन के लिए देकर अनोखी मिसाल पेश कर दी है। शिक्षकों को यहां मेहनत के साथ बच्चों को शिक्षा देने के निर्देश दिए गए है।