Durg Police का ऑपरेशन देहात, ग्रामीण युवा बनेंगे वॉलंटियर, दी जाएगी ट्रैफिक, सायबर सेफ्टी की ट्रेंनिग
छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस अनोखी पहल करने जा रही हैं। इस पहल के तहत पुलिस के अधिकारी अब गांव-गांव जाकर पंच और सरपंचों और युवाओं की क्लास लगाएगी। इस क्लास में सभी जनप्रतिनिधियों और पंच प्रमुखों, आम नागरिकों को साइबर ठगी, यातायात के नियम, कानून व्यवस्था, अपराधों के तहत होने वाली सजाओं की जानकारी दी जाएगी। पुलिस विभाग द्वारा विजिबल पुलिसिंग के लिए अब ग्रामीणों का भी उपयोग किया जाएगा।
नशेड़ी युवकों को सुधारने का होगा प्रयास
दुर्ग पुलिस नगर सुरक्षा समिति NSS की तर्ज पर अब जिले के 250 गांवों में पुलिस मित्र और वॉलंटियर तैयार करेगी। इसके लिए उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। पंच, सरपंचों, रिटायर्ड आर्मी, पैरामिलिट्री, पुलिस जवानों को जो अब अपने गांवो में निवास कर रहें हैं, उसके अलावा नशे के आदी युवाओं, अवैध काम मे संलिप्त निगरानीशुदा युवाओं, चखना सेंटर चलाने वाले, दुकानदार, जैसे लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा।
थानेदार एकत्र करेंगे ऐसे युवाओं की जानकारी
इन सभी युवाओं और अवैध कार्य करने वालों पर पुलिस कड़ी निगरानी रखते हुए। इन्ही से यातायात व्यवस्था, सूचना संकलन, साइबर ठगी, कानून व्यवस्था संभालने का कार्य कराएगी। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग के बाद इन सभी कार्यों के लिए उन्हें परिचय पत्र भी दिया जाएगा। इस कार्य के लिए दुर्ग पुलिस के ग्रामीण इलाकों के थानेदार सभी ग्राम पंचायत और गांव से जानकारी एकत्र कर रहें हैं।
सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से होगा सायबर कंट्रोल
पुलिस विभाग के इस यूनिक प्लान के तहत गांव गांव जाकर ऐसे एक्टिव युवा जो पुलिस के मदद के लिए आगे आना चाहते हैं। जो सेना में भर्ती की तैयारी कर रहें हैं। या फिर समाजिक कार्यों में संलिप्त है इन्हें एक सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर जोड़ा जाएगा, जैसे वर्तमान में थाना स्तर पर इस तरह के ग्रुप संचालित हैं। इस ग्रुप के माध्यम से सायबर ठगी के तरीके और बचाव की जानकारी शेयर की जाएगी। पुलिसिंग और घटनओं के बाद पुलिस के त्वरित एक्शन पर जोर दिया जाएगा।
खेल, इवेंट, सांस्कृतिक कार्यक्रमो के जरिये जोड़ेंगे यूथ
दुर्ग पुलिस युवाओं की टीम बनाकर उन्हें इंवेंट, आर्ट, स्पोर्ट्स, कल्चरल एक्टिविटी से जोड़ने का प्रयास करेगी। युवाओं को पुलिस विभाग के जवानों के माध्यम से फिजिकल और मेंटल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। युवकों को सेना, एयर फोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती परीक्षा की जानकारी देकर फिजिकली और टेक्निकली रूप से तैयार किया जाएगा । गांव के इन जिम्मेदार लोगों को पुलिस विभाग के अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इस मुहिम की जानकारी देते हुए बताया की ग्रामीण के सभी थानेदारों को गांव गांव जाकर ऐसे लोगों की सूची बनाने निर्देश दिए गए हैं।
विजिबल पुलिसिंग का बढ़ेगा दायरा, अपराधों में आएगी कमी
एसपी अभिषेक पल्लव के अनुसार पुलिस की इस मुहिम से विजिबल पुलिसिंग और कम्युनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा मिलेगा। जिसके तहत किसी भी घटनाओं की या अपराधियों की रियल टाइम जानकारी मिल सकेगी। वर्तमान में ज्यादातर मामले गांव के कोटवार, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पुलिस तक पहुंचती है। लेकिन व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आप गांव कि पढ़े-लिखे युवा दुकानदार या जिम्मेदार व्यक्ति सीधे ग्रुप में इसकी जानकारी दे सकेंगे। वहीं इससे एकल व सामूहिक अपराधों में कमी आएगी। नशे का व्यापार या इसके आदी युवा खुलेआम गांव में हुड़दंग नहीं करेंगे। गांवो की सफलता के बाद शहरों में भी इसे प्रयोग किया जाएगा।
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