सत्येंद्र जैन छह महीने से जेल में केवल फल, सब्जी और खजूर पर काट रहे दिन, अब कोर्ट में की ये अपील
सत्येंद्र जैन छह महीने से जेल में केवल फल, सब्जी और खजूर पर काट रहे दिन, अब कोर्ट में की ये अपील
Satyendra Jain: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन लंबे समय से तिहाड़ जेल में हैं। उन्होंने दिल्ली की अदालत में अपील दाखिल कर तिहाड़ जेल के अधिकारियों को उनके धार्मिक आस्था के अनुसार खाना और अन्य खाने की चीजें उपलब्ध कराने के लिए निर्देश देने की मांग की है।
मंगलवार को हो सकती है सुनवाई
पीटीआई ने मंत्री के वकील मोहम्मद इरशाद बताया सत्येन्द्र जैन की इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होने की संभावना है। इस याचिका में साथ ही जेल अधिकारियों को मंत्री की मेडिकल चेकअप कराने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
बुनियादी भोजन और चिकित्सा सुविधाएं नहीं दी जा रही
इस याचिका में दावा किया गया है कि जेल में सतयेंद्र जैन को बुनियादी भोजन और चिकित्सा सुविधाएं नहीं दी जा रही। उन्होंने आरोप लगाया 31 मई को उनको अरेस्ट किया गया जिसके बाद से वो एक दिन भी जैन मंदिर नहीं जा पाए। उन्होंने अपनी याचिका में बताया कि वो अपने जैन धर्म में गहरी आस्था रखते हैं इसलिए वो भोजन, दाल, अनाज और दूध, डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाते पीते है।
छह महीने से केवल फल, सब्जियां, बीज ओर सूखे मेवे या खजूर खाकर गुजाता कर रहा
सत्येंन्द्र जैन ने अपनी अपील में लिखा है कि अपने धर्म में गहरी आस्था होने के कारण जेल में पिछले छह महीने से केवल फल, सब्जियां , बीज ओर सूखे मेवे या खजूर खाकर गुजारा कर रहा हूं। ये सभी चीजें वो सभी कैदियों को दिए जाने वाले राशन के अपने कोटे से खरीद रहे हैं।
कमजोरी के कारण गिरने से रीढ़ की हड्डी में लग गई चोट
सत्येन्द्र जैन ने दावा किया गया कि जेल में मैं कमजोरी के कारण गिर गए जिसके कारण रीढ़ की हड्डी में चोट आई और इलाज एलएनजेपी अस्पताल द्वारा किया गया था। उन्होंने अपनी याचिका में दावा किया गया कि उनके फेफड़े के पैच भी हैं, जो एक पोस्ट-कोविड लक्षण है।
जेल प्रशासन ने फल, सब्जियां, मेवे देना किया बंद
सतेन्द्र जैन ने कहा अब मुझे जेल प्रशासन फल या सब्जियां, मिश्रित बीज, सूखे मेवे और खजूर देना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा चूंकि मैं पिछले छह महीने से उपवास पर हूं इसलिए ऐसे बुनियादी खाने की चीजें का सेवन मेरे भरण-पोषण और अस्तित्व के लिए आवश्यक है।" उन्होंने कहा धार्मिक उपवास के कारण - प्रोटीन और आयरन की कमी का गंभीर खतरा है और इसलिए, जेल और अस्पताल में डॉक्टरों या आहार विशेषज्ञों द्वारा उक्त आहार निर्धारित किया गया था। आवेदन में आगे कहा गया है कि धार्मिक उपवास के दौरान खाद्य पदार्थों को रोकना 'अवैध', 'मनमाना' और 'उत्पीड़न' के समान है।
मुझे भूखा रखा जा रहा है
सतेंन्द्र जैन ने कहा जेल अधिकारियों द्वारा मुझे भूखा रखा जा रहा है और मेरे भरण-पोषण के लिए पोषण सामग्री नहीं दिया दी जा रही। उनके वकील ने आगे लिखा कि है आवेदक अपनी धार्मिक मान्यताओं और उपवास के मद्देनजर उक्त बुनियादी खाद्य पदार्थ का हकदार है।" इस याचिका में दिल्ली जेल नियम स्थानीय या धार्मिक रीति-रिवाजों जैसे नवरात्रों और रमजान के दौरान दिए जाने वाले धार्मिक आहार का प्रावधान का हवाला भी दिया गया है।
सत्येंद्र जैन छह महीने से जेल में केवल फल, सब्जी और खजूर पर काट रहे दिन, अब कोर्ट में की ये अपील