बोले पीएम मोदी- दबे कुचले लोगों को बनाना होगा सिस्टम का हिस्सा
दिल्ली हाईकोर्ट की 50वीं सालगिरह पर पीएम मोदी ने कहा कि हमें सभी को सिस्टम का हिस्सा बनाना होगा।
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट की 50वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दबे कुचले लोगों को भी सिस्टम में लाना होगा।
उन्होंने कहा कि मुझे कभी कोर्ट में जाने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ है लेकिन मैंने सुना है कि वहां बड़ा गंभीर वातावरण होता है, शायद उसका प्रभाव यहां भी नजर आ रहा है। 50 साल का अवसर मना रहे हो, कुछ तो मुस्कुराइए।
पीएम ने कहा कि 50 साल की यात्रा में हर किसी की अपने-अपने तरीके से योगदान है। आज जब 50 साल मना रहे हैं, तो हमें सबका योगदान स्वीकार करना चाहिए और उनके प्रति कृतज्ञता का भाव उत्पन्न करें।
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उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि देश के संविधान के प्रकाश में देश के सामान्य नागरिकों की आशा आकांक्षाओं को पूर्ण करने में जिस किसी के पास जो जिम्मेदारी है, वो उसे पूरा करने का भरसक प्रयास करना चाहिए।
बोले केजरीवाल यह खुशी का दिन
इस दौरान लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए मोदी ने कहा कि पटेल ने एक बड़े आंदोलन को दिशा दी, देश उन्हें नमन करता है।
दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए बहुत खुशी का दिन है।
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उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग सौभाग्यशाली है, जिनके पास इतना अच्छा हाईकोर्ट है। केजरीवाल ने कहा कि हम सब लोग जानते हैं कि हमारे देश का संविधान बहुत ही खूबसूरत। हमारे संविधान की नींव जनतंत्र है।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की आजादी के साथ अगर कोई छेड़खानी होती है तो यह बड़ी चिंता का विषय है।
खाली पदों को लेकर जनता में अफवाह
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के अंदर जो खाली पद हैं, उनके भरे जाने को लेकर जनता में बड़ी चर्चा है। उन पदों को जल्द भरा जाए।
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केजरीवाल ने कहा कि अखबारों में पढ़ते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने सिफारिशें कर के भेजा था कि उन पदों को जल्द से जल्द भरा जाए, लेकिन क्या कारण रहा कि केंद्र सरकार में कि सिफारिशें अभी तक सरकार के पास ही हैं।
केजरीवाल ने कहा कि ये चिंता इसलिए बनती हैं क्योंकि ये तरह-तरह की अफवाहों को जन्म देती हैं।
न्यायपालिका में हस्तक्षेप अच्छा नहीं
उन्होंने कहा कि अगर विधायिका का न्यायधीशों की नियुक्ति में थोड़ा भी हस्तक्षेप है तो यह न्यायपालिका की आजादी के लिए अच्छा नहीं है। न्यायपालिका को विधायिका से पूरी तरह आजाद होना चाहिए।
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केजरीवाल ने कहा कि न्यायधीशों की नियुक्ति में अगर विधायिका का थोड़ा भी हस्तक्षेप हुआ तो यह देश के लिए अच्छा नहीं है।
कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश तीरथ सिंह ठाकुर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग समेत कई न्यायधीश मौजूद रहे।