दिल्ली एमसीडी पर इस बार किसका कब्जा, जनता कल सुनाएगी अपना फैसला...
272 सीटों वाली दिल्ली एमसीडी पर मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और दिल्ली में सत्ता संभाल रही आम आदमी के बीच है। बीजेपी लगातार दो बार से दिल्ली एमसीडी पर अपना कब्जा बरकरार रखा है।
नई दिल्ली। दिल्ली एमसीडी चुनाव में इस बार किसका कब्जा होगा ये सवाल सभी के मन में है। कल यानी रविवार को दिल्ली के तीनों नगर निगमों के लिए मतदान होगा, जिसमें दिल्ली की जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी। इस चुनाव के नतीजे 26 अप्रैल यानी बुधवार को आएंगे।
बीजेपी, AAP और कांग्रेस में सीधा मुकाबला
272 सीटों वाली दिल्ली एमसीडी पर मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और दिल्ली में सत्ता संभाल रही आम आदमी के बीच है। बीजेपी लगातार दो बार से दिल्ली एमसीडी पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। वहीं आम आदमी पार्टी पहली बार एमसीडी चुनाव में ताल ठोक रही है। हालांकि सियासी रणनीतिकारों की मानें तो दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है। फिलहाल दिल्ली एमसीडी चुनाव में सभी दलों का सियासी गणित क्या कहता है...पढ़िए आगे...।
उपचुनाव हारने के बाद AAP के लिए मुश्किल भरी स्थिति
दिल्ली एमसीडी चुनाव, आम आदमी पार्टी के लिए नाक बचाने का सवाल बन गया है। पहले गोवा और पंजाब में उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिलने से 'आप' को करारा झटका लगा। इसके बाद हाल में हुए दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव में भी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। यहां आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत तक जब्त हो गई, जबकि विधानसभा चुनाव में पार्टी ने यहां शानदार जीत हासिल की थी। उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी राजौरी गार्डन में दूसरे नंबर पर रही। लगातार हार से परेशान आम आदमी पार्टी की नजरें अब एमसीडी चुनाव पर टिकी हुई हैं। पार्टी की ओर से जीत का दावा किया जा रहा है। 'आप' उम्मीदवारों ने दिल्लीवासियों को अपने हक में लाने के लिए खासी मसक्कत की है। क्या दिल्ली के लोग दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह ही एमसीडी चुनाव में भी पार्टी का समर्थन करेंगे देखना दिलचस्प होगा।
बीजेपी को उम्मीदें, जनता देगी उनका साथ
दिल्ली एमसीडी में लगातार दो बार से काबिज हो रही बीजेपी एक बार फिर से जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है। हाल में हुए राजौरी गार्डन उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की शानदार जीत से पार्टी राहत महसूस कर रही है। हालांकि बीजेपी ने भी एमसीडी चुनाव में जीत के लिए रणनीति में बदलाव किया है। पार्टी ने इस बार कई नए चेहरों को मौका दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने स्टार प्रचारकों को चुनाव मैदान में उतारा। पार्टी पीएम मोदी की लोकप्रियता को इन चुनावों में भी भुनाना चाहती है। वहीं पार्टी के कई बड़े नाम दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए उतरे। इसका भी फायदा बीजेपी को इस चुनाव में मिलने की उम्मीद है। हालांकि दिल्ली की जनता के मूड क्या है ये तो चुनाव के बाद आने वाले नतीजों से ही साफ होगा।
वापसी की राह देख रही कांग्रेस
एक समय दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस पार्टी इस समय बेहद कठिन दौर से गुजर रही है। पार्टी के कई नेता कांग्रेस को डूबता जहाज मानकर इसका साथ छोड़कर जा रहे हैं। इनमें कांग्रेस के बड़े नेता रहे अरविंदर सिंह लवली का नाम प्रमुख है, जिन्होंने बीजेपी का दामन थामा है। बावजूद इसके कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के एमसीडी चुनाव में जीत का भरोसा है। पार्टी ने एमसीडी चुनाव में शानदार प्रदर्शन के जमकर मेहनत की है। पार्टी नेताओं ने लोगों को लुभाने के लिए रैली, रोडशो के साथ-साथ घर-घर जाकर प्रचार किया। राजौरी गार्डन उपचुनाव में कांग्रेस दूसरे नंबर रही, ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि एमसीडी चुनाव में लोग कांग्रेस के पक्ष में आ सकते हैं। फिलहाल अभी इस मुद्दे पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
योगेंद्र यादव की पार्टी भी मैदान में
दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी भले ही अपनी जीत का दावा कर रही हो, लेकिन कभी 'आप' के सदस्य रहे योगेंद्र यादव पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया ने भी दिल्ली एमसीडी चुनाव में कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं एमसीडी चुनाव से ठीक एक दिन पहले योगेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में योगेंद्र यादव ने केजरीवाल पर कई सवाल खड़े किए हैं। योगेंद्र यादव ने लिखा कि दो साल पहले दिल्ली ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था, वो किसी एक नेता या पार्टी का करिश्मा नहीं था। उसके पीछे हजारों वॉलंटियर का त्याग और उनकी तपस्या थी लेकिन इस करिश्मे का सबसे बड़ा कारण था दिल्ली की जनता का आत्मबल। आज मैं उस आत्मबल को डगमगाते हुए देख रहा हूँ। इसलिए पिछले दो साल में पहली बार आपसे संवाद कर रहा हूँ और आपको रामलीला मैदान में किए रिकॉल के वादे की याद दिल रहा हूं।
क्या कहते हैं सर्वे
दिल्ली एमसीडी चुनाव से पहले हुए ओपिनियन पोल पर नजर डालें तो बीजेपी की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे में बीजेपी को बहुमत के आसार हैं। 272 सीटों वाली दिल्ली एमसीडी में सर्वे के मुताबिक बीजेपी के खाते में 179 सीटें जाने का दावा किया गया है। वहीं दिल्ली में सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी के खाते में 45 सीटें, कांग्रेस को 26 और अन्य के खाते में 22 सीटें जाने का दावा किया गया है। हालांकि आम आदमी पार्टी ने अपने आंतरिक सर्वे में दावा किया है कि पार्टी 218 वार्डों में जीत हासिल करेगी।
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