रोहिणी आश्रम: दिल्ली HC ने ढोंगी बाबा पर कसा शिकंजा, पेश नहीं हुआ तो जारी होगा वारंट
नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय चलाने वाले बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित पर कोर्ट का शिंकजा लगातार कसता जा रहा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि अगर आश्रम के बारे में जानकारी नहीं दी जाएगी तो विरेन्द्र दीक्षित के खिलाफ वारंट जारी किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली हाई कोर्ट ने वीरेन्द्र दीक्षित के 8 आश्रम की जानकारी जल्द से जल्द मांगी और वीरेन्द्र दीक्षित को जल्द से जल्द कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया।
आश्रम के पास रहने वाली पड़ोसी महिला ने बताया कि पिछले 20-22 वर्षों में कई शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से शिकायतें की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मुझे मीडिया में आवाज उठाने पर धमकी दी गई, लेकिन मैं नहीं डरी। मैं इन मासूम बच्चियों को बचाना चाहती थी।
गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग और बाल कल्याण समिति के साथ पुलिस ने कई लड़कियों को आश्रम से निकालकर बाल सुधार गृह भेजा। स्वाति जयहिंद ने बताया कि यहां कई महिलाएं बदहवासी की हालत में मिली हैं, जिन्हें देखकर लगा रहा था कि उन्हें नशे की कोई चीज दी गई है। रेस्क्यू की गई महिलाएं बात करने की स्थिति में नहीं थीं। गुरुवार रात 9 बजे तक करीब डेढ़ सौ महिलाएं आश्रम में ही थीं, जिन्हें जल्द ही नारी निकेतन भेजा जाएगा।
खुलासों में पता चला है कि बाबा आश्रम में अपने आप को कृष्ण कहता था। वो लड़कियों से कहता था कि वो उसकी 16,000 रानियां हैं। इतना ही नहीं, वो बच्चियों से अपनी मालिश भी करवाता था। बाबा मासूम बच्चियों को गलत तरीके से छूता था और अगर वो विरोध करती थीं तो खुद को कृष्ण कहने लगता था। वो कहता था कि, 'मैं कृष्ण हूं। जैसे उनकी अनेक रानियां थीं, वैसे ही तुम भी मेरी रानी हो।'