उत्तराखंड: सेना ने 10 लागों के शव किए बरामद, 384 लोगों को सुरक्षित बचाया गया
उत्तराखंड में भारत-चीन के निकट स्थित चमोली जिले में शुक्रवार रात एक ग्लेशियर फट गया। प्रशासन के मुताबिक इस घटना में अभी तक किसी भी जान-माल की हानि की खबर नहीं है।
देहरादून, 24 अप्रैल। भारतीय सेना ने कहा है कि, 'अभी तक 10 शव बरामद हुए हैं और अभी तक कुल 384 लोगों को बचाया जा चुका है। 8 लोग अभी भी लापता हैं। इस घटना में अभी तक 6 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है जिनका इलाज चल रहा है। 4-5 जगहों पर सड़क मार्ग बाधित हो गया है। जोशीमठ से बीआरटीएफ की टीमें बीती शाम से भपकुंड से सुमना तक के मार्ग को साफ करने के लिए काम कर रही हैं। इस स्थान को पूरी तरह साफ करने में अभी 6-8 घंटे का समय लग सकता है।'
वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि हिमस्खलन ने ITBP शिविर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। सेना का कैंप भी सुरक्षित है। दो बीआरओ शिविरों में 430 लोग थे, जिनमें से 384 वापस आ गए हैं। बाकी के लिए खोज जारी है। अब तक कुल 8 शव बरामद किये जा चुके हैं।
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मालूम हो कि उत्तराखंड में भारत-चीन के निकट स्थित चमोली जिले में शुक्रवार रात एक ग्लेशियर फट गया। प्रशासन के मुताबिक इस घटना में अभी तक 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, भारतीय सेना की मध्य कमान ने बताया कि कल चमोली जिले के जोशीमठ सेक्टर के सुमना क्षेत्र में हुई भारी बर्फबारी के कारण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का कैंप हिमस्खलन की चपेट में आ गया था, जिसमें से अभी तक 384 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं, एनडीआरएफ ने कहा है कि ऋषि गंगा नदी में पानी 2 फीट बढ़ गया है।
केंद्र सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी बचाव दलों को बचाव कार्यों के लिए अलर्ट कर दिया गया है। वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, 'हम इस मामले में और अधिक सूचना इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं इस घटना में किसी की मौत तो नहीं हुई। खराब मौसम के कारण हम वास्तविक परिस्थिति का पता नहीं लगा पा रहे हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए घटना स्थल पर टीम भेजी जा रही हैं। जिन आईटीबीपी जवानों को इलाके में तैनात किया गया है वे सुरक्षित हैं।'
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बताया जा रहा है कि इलाके में हुई भारी बर्फबारी के कारण ग्लेशियर फटने की घटना हुई है। बॉर्डर रोड टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने मीडिया को बताया जोशीमठ में ग्लेशियर फटने की घटना की सूचना मिलने के बाद सभी बचाव दलों को इसके बारे में सूचित किया गया।
वहीं घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा, 'मुझे नीति घाटी के सुमना गांव में ग्लेशियर फटने की खबर मिली है। मैंने अलर्ट जारी कर दिया है और मैं लगातार बीआरटीओ और जिला प्रशासन के संपर्क में हूं।' उन्होंने आगे कहा, 'गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर तुरंत संज्ञान लिया है और हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है।'
तीरथ सिंह रावत ने आगे कहा कि जिला प्रशासन को घटना की विस्तृत जानकारी देने को कहा गया है। हमने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एनटीपीसी और और पनबिजली संयंत्रों को रात में ही काम रोकने का निर्देश दे दिया था।