जांजगीर की घटना से सबक, छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में बंद करवाये जा रहे हैं खुले बोरवेल होल ।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में मासूम राहुल साहू के साथ घटी घटना ने राज्य प्रशासन की आंखे खोल दी हैं।
रायपुर, 13 जून। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में मासूम राहुल साहू के साथ घटी घटना ने राज्य प्रशासन की आंखे खोल दी हैं। जांजगीर-चांपा जिले के पिहरिद ग्राम में खुले बोरवेल में 11 वर्ष के बालक राहुल साहू के गिरने की अप्रिय घटना को मद्देनजर सीएम भूपेश बघेल के निर्देश के बाद सभी जिला कलेक्टरों ने स्टैण्डर्ड प्रोटोकॉल मुताबिक खुले अनुपयोगी बोर वेल को तत्काल बंद कराने के कड़े निर्देश दिए हैं। सभी जिलों में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की तरफ से खुले अनुपयोगी बोरवेल को कंक्रीट कर बंद कराया जा रहा है।
बंद किये जा रहे हैं खुले बोरवेल
कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने भी सभी नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले एवं अनुपयोगी ट्यूबवेल ( नलकूपों) को तत्काल बंद कराने के निर्देश दिए है । रायपुर जिले के अनुविभागीय दंडाधिकारी, नगरीय निकायो के अधिकारी और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी टीम बनाकर ऐसे अनुपयोगी, असुरक्षित तथा बंद नलकूपो की जांच कर रहे हैं। रायपुर में करीब 6 दर्जन नलकूपो की जांच करके एक दर्जन नलकूपों को तत्काल बंद करने की कार्रवाई की गई है । गौरतलब है कि जांजगीर- चांपा की घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुले बोरवेल को तत्काल बंद करने के सख्त निर्देश सभी कलेक्टरों और एसपी को दिए है।
जनता से की अपील
कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने रायपुर के सभी नागरिकों और किसानों से अपील की है कि वे बोरवेल को खनन करने के बाद उसे खुला ना छोड़े । बोरवेल के गहरा होने के कारण इसमें छोटे बच्चों के गिरने और फसने की संभावना रहती है । बोरवेल खनन के तुरंत बाद इसे सुरक्षित रखने, ढकने या बंद करने की कार्रवाई करें। उन्होंने नागरिकों से यह भी कहा है कि अगर किसी जगह खुले बोरवेल दिखाई दे तो उसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन या स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को दें।
राहुल को बचाने चलाया गया ऑपरेशन
ज्ञात हो कि राहुल साहू नाम का बच्चा शुक्रवार को अपने घर की बाड़ीके पास खुले बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। परिजनों को बच्चे के रोने की आवाज़ सुनकर गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि बच्चा नीचे जा गिरा है। क्योंकि बोरवेल का गड्ढा 80 फीट गहरा है और बच्चा मूक-बधिर होने के अलावा मानसिक रूप से भी कमजोर है,इसलिए उसको बाहर निकालने में काफी समस्याए आ रही हैं। लगातार 3 दिनों से बच्चे को बचाने के लिए रेस्कयू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें छत्तीसगढ़: बोरवेल में फंसी मासूम की जान, जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन, सीएम भूपेश भी रख रहे हैं नजर