टूलकिट विवाद पर बोले CM भूपेश बघेल, कहा- यह एक साजिश है और इसका पर्दाफाश होना चाहिए
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों टूलकिट के मामले ने प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा रखा है। इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एक तरफ तो वे टूलकिट मामले को लेकर तुरंत ट्विटर कार्यालय जाते हैं, लेकिन यह न तो इसकी जांच करते हैं और न ही हमें जांच करने देते हैं। हर कोई मानता है कि यह एक साजिश है और इसका पर्दाफाश होना चाहिए। लेकिन कुछ लोग इसे छुपाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसके अलावा उन्होंने 2013 में झीरम घाटी नक्सली हमले पर कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि इस मामले की जांच हो, क्योंकि यह एक राजनीतिक-आपराधिक साजिश थी, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग थी। दुर्भाग्य से केंद्र सरकार नहीं चाहती कि जांच राज्य सरकार करे। एनआईए कोर्ट जा रही है। बता दें कि बीते सोमवार को प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से पूछताछ करने के लिए पुलिस उनके आवास पर पहुंची थी। इस दौरान डॉ. रमन सिंह ने कहा था कि ये पूरा घटनाक्रम कांग्रेस के कार्यालय से संचालित होता है। हम इस मामले को लेकर न्यायालय जाएंगे।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने कथित फर्जी 'टूलकिट' मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को पूछताछ के लिए बुलाया था। पुलिस के नोटिस के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रायपुर पुलिस के सामने बुधवार को पेश होंगे। सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन, रायपुर ने यह जानकारी दी है। बीते 18 मई को उस समय विवाद खड़ा हो गया था।
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टूलिकट मामले में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने मामला दर्ज करवाया था, जिसके सिलसिले में पुलिस पूछताछ कर रही है। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने लिखित शिकायत में एआईसीसीअनुसंधान विभाग के लेटरहेड को जाली बनाने और उस पर झूठी और मनगढ़ंत सामाग्री इंटरनेट मीडिया पर साझा करने का आरोप डा.रमन सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा पर लगाया था।