सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने बनाया यूपी चुनाव का वरिष्ठ पर्यवेक्षक, कहा- ये बड़ी जिम्मेदारी है
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रही उठा-पटक के बीच सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। बता दें कि साल 2022 में यूपी के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं पार्टी के इस फैसले पर सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने विश्वास व्यक्त किया उसके लिए धन्यवाद। एक बड़ी ज़िम्मेदारी दी है, मैं सोनिया, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
वहीं दिल्ली में छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायकों के जुटने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने दावा किया है कि आज यानी कि शनिवरा शाम तक दिल्ली में 35 विधायक जुट जाएंगे जबकि रविवार को और विधायक आएंगे। हम राज्य प्रभारी पीएल पूनिया और पार्टी हाईकमान से मुलाकात करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य में नेतृत्व बदलाव को लेकर कोई बातीचत नहीं होनी है।
बता दें कि 15 विधायक पहले से दिल्ली में मौजूद हैं और शुक्रवार को 6 और विधायक रायपुर से दिल्ली कूच कर गए थे। हालांकि इन विधायकों का दावा था कि वे निजी यात्रा पर दिल्ली जा रहे हैं। बीते शुक्रवार को जो 6 कांग्रेस दिल्ली गए हैं, उनमें शिशुपाल शौरी, किस्मत लाल नंद, संतराम नेताम, राम कुमार यादव, उत्तरी जांगड़े और कृष्ण कुमार ध्रुव शामिल थे। वहीं इस मामले पर जब सीएम भूपेश बघेल से सवाल किया गया तो सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि विधायक दिल्ली अपनी मर्जी से जा रहे हैं। वे स्वतंत्र हैं। राज्य में कोई सियासी हलचल नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बयान पर सीएम बघेल ने किया पलटवार, कहा- छत्तीसगढ़ पंजाब नहीं बन सकता
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सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ भी पंजाब बनता जा रहा है। सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कभी पंजाब नहीं बन सकता।इससे पहले कांग्रेस भवन में इसी सवाल पर उन्होंने कहा कि मीडिया इसके पीछे क्यों पड़ी है, विधायक आते-जाते रहते हैं, कोई राजनीतिक घटनाक्रम हुई क्या? गए हैं, आ जाएंगे। हर व्यक्ति स्वतंत्र है कोई आदमी आए जाए जब कोई राजनीतिक घटनाक्रम हो तब जोड़ा जाना चाहिए, जब कोई घटना ही नहीं घट रही है तो उसे राजनीतिक चश्मे से क्यों देखा जा रहा है।