Balod जेल की दीवार फांदकर फरार हुए दो कैदी, पुलिस विभाग में मचा हड़कंप, जांच के लिए बनी टीम
छत्तीसगढ़ के बालोद में जेल ब्रेक का मामला सामने आया है। यहां दो विचाराधीन कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार ही गए। जेल से दो कैदी फरार होने की सूचना मिलते ही जिले के पुलिस अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। अब पुलिस दोनों कैदियों को तलाश कर रही है। एसपी जितेंद्र यादव ने इसके लिए टीम का गठन किया है।

जेल के अंदर चल रहा निर्माण कार्य, सीढ़ी का लिया सहारा
जानकारी के अनुसार जेल के अंदर नए दो बैरक का निर्माण किया जा रहा है। इसी कार्य के लिए निर्माणाधीन बैरक में सीढ़ी का इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन शातिर कैदियों ने इस सीढ़ी का सहारा लेकर जेल की दीवार फांदकर फ़रार हो गए। इसकी सूचना पुलिस को तब मिली जब शकाम को कैदियों की गिनती की गई और दो कैदी कम पाए गए।

अंधेरे का फायदा उठाकर हुए फरार
इन दो विचाराधीन कैदियों में गुंडरदेही का शिव कुमार नेताम और अर्जुन्दा के विकास कुमार यादव ने लगभग 6:00 बजे बैंकर बंद होने के पूर्व अंधेरे का फायदा उठाकर दीवार फांदने की योजना बनाई इसके लिए बैरक में रखी सीढ़ी सहारा लिया। और फिर फरार हो गए ,घटना की जानकारी फैलते ही बालोद जिला जेल सहित विभाग में हड़कंप मच गया। और फरार हुए विचाराधीन कैदियों की पतासाजी करने विभिन्न स्थलों पर पुलिस की टीम रवाना की गई।
एसपी बोले टीम बनाकर पतासाजी की जा रही
वही इस मामले में बालोद जिला पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया की जांच टीम गठित कर फरार विचाराधीन बंदियों को तलाशने के लिए पुलिस टीम लगाई गई है। इस संबंध में बालोद जिला जेल प्रभारी शोभा रानी ने बताया कि बैरक बन्द करने से पहले करीब 6 बजे सीढ़ी का सहारा लेकर कैदी फरार हुए हैं। सूचना मिलते ही तत्काल कैदियों की पतासाजी के लिए जांच टीम जुट गई है।
दो अतिरिक्त बैरक का हो रहा निर्माण
आपको बता दें कि नया जिला बनने के बाद से बालोद जिला जेल में लगातार विचाराधीन बंदियों की संख्या बढ़ रही है।इसके लिए दो नए बैरक का निर्माण बैरक क्रमांक 5 और 6 के सामने किया जा रहा है, बैरक निर्माण की वजह से निर्माणाधीन स्थल पर सिढिया रखी हुई थी, जिसका विचाराधीन बंदी शिव कुमार नेताम और विकास कुमार यादव ने फायदा उठाया।