पंजाब में सामने आए कोरोना के 6 हजार से अधिक नए मामले, इस साल में एक दिन में सबसे अधिक
पंजाब में बीते 24 घंटे में कोरोना के 6318 नए मामले सामने आए, जो कि इस साल का एक दिन के कोरोना केसों का सबसे अधिक आंकड़ा है। इस दौरान 98 लोगों की मौत भी हो गई।
चंडीगढ़, 27 अप्रैल। पंजाब में बीते 24 घंटे में कोरोना के 6318 नए मामले सामने आए, जो कि इस साल का एक दिन के कोरोना केसों का सबसे अधिक आंकड़ा है। इस दौरान 98 लोगों की मौत भी हो गई। इससे पहले 24 अप्रैल को राज्य में कोरोना से 92 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी। हालांकि राज्य में कोरोना के एक दिन में सर्वाधिक मामले पिछले साल 2 सितंबर को दर्ज किये गए थे। उस दिन 24 घंटों के अंदर 106 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, मंगलवार को हुई 98 मौतों के साथ राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8530 हो गई है।
इन 98 मौतों में से 14 पटियाला में, 11-11 अमृतसर और एसएएस नगर (मोहाली), 10 लुधियाना में, 7-7 मौते संगरुर, गुरुदासपुर और होशियारपुर में, 6 मौते जालंधर में 4 भठिंडा में 3-3 मौतें मुक्तसर और पठानकोट में, 2-2 मौतें तरन तारन, मनसा, मोगा, रोपड़ और एसबीएस नगर में और एक मौत फरीदकोट में हुई है। नए मामलों के साथ राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3,45,366 हो गई है, जबकि एक्टिव केसों की संख्या 49,894 है।
सोमवार को सबसे अधिक केस पंजाब के लुधियाना (753), एसएस नगर (749), जालंधर (658), और भठिंडा (468) दर्ज किए गए। इसके अलावा पंजाब में 85 मरीजों की हालत बेहद नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि 665 मरीजों को ऑक्सीन की सुविधा दी जा रही है। वहीं पंजाब में अब तक 30.70 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा चुकी है।
वहीं पंजाब में मृतकों के परिवार जनों को मृतक का शव शवदाहगृहों तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस तक की सुविधा नहीं मिल रही है। कोई मृतक का शवह ऑटो रिक्शा में लेकर जा रहा है जबकि कोई तिपहिया गाड़ी में शकों को लेकर श्मशान घाट तक जा रहा है।
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एक मृत मरीज के परिवर वालों ने बताया कि उनके परिवार का एक सदस्य लुधियाना सिविल अस्पताल में भर्ती था जहां उसकी मौत हो गई। जब हमने अस्पताल से उसे श्मशान घाट तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग की तो अस्पताल ने कहा कि अभी कोई एम्बुलेंस खाली नहीं है। इसके बाद उन्होंने एक प्राइवेट एम्बुलेंस से इस बारे में बात की तो उसने ढाई से तीन हाजर रुपए मांगे। उन्होंने आगे कहा कि हम इतने गरीब है। इतना पैसा हम नहीं दे सकते थे इसलिए हम ऑटो रिक्शा में रखकर लाश को श्मशान घाट तक ले गए।
यह केवल अकेला मामला नहीं है ऐसे कई मामले पंजाब से अब तक सामने आ चुके हैं। जब लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, 'मामला काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मृतक को पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार का अधिकार है। हमने इस मामले में जांच की जिसमें प्रथम दृष्टया हमने पाया कि वास्तव में एम्बुलेंस अन्य लाशों को श्मशान तक पहुंचाने में व्यस्त थीं। हालांकि अभी विस्तृत रिपोर्ट आने पर ही तस्वीर साफ हो पाएगी।' हालांकि डिप्टी कमिश्नर ने मृतक के शव को श्मशान घाट तक ले जाने का सारा इंतजाम करने के लिए एक कमिटी बनाई गई है।