2 महीने में 2000 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी, GST जांच में हुआ खुलासा
नई दिल्ली। जीएसटी को लागू हुए एक साल होने को है। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी संभाल रही जांच विंग ने बड़ा खुलासा किया है। जीएसटी जांच में पता चला है कि 2 महीने के अंदर 2000 करोड़ हुए से अधिक की टैक्स चोरी की गई है। सीबीआईसी के सदस्य जॉन जोसेफ ने इस बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि दो महीने में जीएसटी के 2000 करोड़ हुए की कर चोरी का मामला सामने आया है।
उन्होंने बताया कि डेटा विश्लेषण से पता चलता है 1.11 करोड़ से अधिक पंजीकृत व्यवसायों में से केवल 1 प्रतिशत ही करों का बड़ा हिस्सा चुकाते हैं। सीबीआईसी के सदस्य जॉन जोसेफ ने कहा कि छोटे बिजनेसमैन GST रिटर्न दाखिल करते समय गलतियां करते हैं, जो कि समझ में आता है, लेकिन बड़ी-बड़ी कंपनियां और बड़ी निगमें भी वहीं गलतियां करती है, जिसकी वजह से टैक्स में हेरफेर होता हैष
उन्होंने कहा कि हमारे पास 1 करोड़ से अधिक बिजनेमैन पंजीकृत हैं, लेकिन आपको हैरानी होगी कि सिर्फ 1 लाख से कम लोग ही टैक्स का 80 प्रतिशत भुगतान करते हैं। उन्होंने कहा कि कोई नहीं समझ पाता है कि सिस्टम में क्या हो रहा है। डीजी जीएसटीआई के महानिदेशक जॉन जोसेफ ने कहा कि जीएसटी लागू तो कर दिया गया है लेकिन इसे व्यापारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। पहली बात कि जीएसटी पंजीकरण कराने वाले व्यापारियों में से बहुत कम व्यापारी जीएसटी का भुगतान कर रहे है। जबकि जो भुगतान कर रहे हैं वो गैरजिम्मेदाराना तरीके से कर रहे हैं। ऐसे में जीएसटी के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया को 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा की चोरी का पता चला।