पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर आम आदमी को थोड़ी राहत, लगातार 18वें दिन नहीं बढ़े दाम
ईंधन के बढ़ते दामों को लेकर देश में मचे हाहाकार के बाद पिछले लगभग 2 सप्ताह से तेल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
नई दिल्ली। ईंधन के बढ़ते दामों को लेकर देश में मचे हाहाकार के बाद पिछले लगभग 2 सप्ताह से तेल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। आज 18वां दिन है जब तेल के दाम स्थिर बने हुए हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल के दामों में अभी भी अस्थिरता देखने को मिल रही है।
दिल्ली
में
तेल
की
कीमत
बुधवार
को
राजधानी
दिल्ली
में
जहां
पेट्रोल
91.17
रुपए
प्रति
लीटर
बिक
रहा
है
वहीं
डीजल
81.47
रुपए
प्रति
लीटर
की
दर
से
बेचा
जा
रहा
है।
यानी
पिछले
18
दिन
से
तेल
के
दामों
में
स्थिरता
बनी
हुई
है।
दिल्ली के अलावा पूरे देश में तेल के दाम पिछले18 दिनों से स्थिर हैं। इस स्थिरिता का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि इससे तेल के दामों में कमी आई है। देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
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ईधन पर लगने वाले कर टैक्स पर विचार करे सरकार- अनुराग ठाकुर
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को संसद में कहा था कि यदि सरकार जनता को राहत देना चाहती है तो उसे ईंधन पर लगने वाले टैक्स पर विचार करना होगा। मालूम हो कि इस साल फरवरी की शुरुआत में कच्चे तेल की कीमतों में सात डॉलर प्रति बैरल से भी ज्यादा का इजाफा हुआ था, जिसकी वजह से जिसकी वजह से भारतीय तेल कंपनियों को भी तेल के दामों में वृद्धि करनी पड़ी थी।
तेल कंपनियों ने 14 बार तेल के दामों में बढ़ोत्तरी की थी। वहीं, आज कच्चे तेल की कीमत 69 डॉलर प्रति बैरल है। साल 2021 की बात करें तो अबतक 26 बार तेल के दामों में बढ़ोत्तरी की जा चुकी है। वहीं पब्लिक सेक्टर से जुड़ी तेल कंपनियों के अधिकारियों ने कहा है कि कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद तेल के दामों में दैनिक संशोधन के दौरान तेल के दामों में फिर से बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि तेल की बढ़ती मांग और ओपेक देशों द्वारा इसके उत्पादन में कमी किए जाने के चलते कच्चे तेल के दाम बढ़ने की संभावना है।