Mukesh Ambani, Lakshmi Mittal दुबई की लग्जरी प्रॉपर्टी बूम का हिस्सा
Mukesh Ambani, Lakshmi Mittal दुबई की लग्जरी प्रॉपर्टी बूम का हिस्सा बन गए हैं। रिकॉर्ड कीमतों पर प्रॉपर्टी खरीदी जा रही है। Mukesh Ambani Lakshmi Mittal Dubai real estate industry Luxury Property Boom
Mukesh Ambani, Lakshmi Mittal दुबई की लग्जरी प्रॉपर्टी बूम का हिस्सा बन गए हैं। जब मुकेश अंबानी मार्च में अपने सबसे छोटे बेटे के लिए दुबई में 80 मिलियन डॉलर की एक हवेली खरीदी, तो यह शहर की संपत्ति बाजार में एक नया रिकॉर्ड था। अंबानी की खरीदारी का रिकॉर्ड सात महीने तक कायम रहा। सिर्फ 13 हफ्ते बाद, आठ-बेडरूम, 18 बाथरूम वाले विला के लिए 302.5 मिलियन दिरहम (82.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का भुगतान किया गया। एक रहस्यमय खरीदार ने शहर के कृत्रिम पेड़ के आकार वाले द्वीप पाम जुमेराह पर ये प्रॉपर्टी खरीदी है। दुबई भूमि विभाग ने खरीदार का खुलासा किए बिना पाम जुमेराह पर $ 163 मिलियन की संपत्ति के सौदे की जानकारी दी। ये सर्वकालिक उच्च स्तर है।
अंबानी के बाद मित्तल ने तीन प्लॉट खरीदे !
अंबानी की फर्म रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने एक ओर अपने बेटे के लिए 80 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य की हवेली पाम जुमेराह पर एक समुद्र तट के किनारे खरीदी। इस विला की डील से परिचित दो लोगों ने अगस्त में ये जानकारी दी थी। दुबई के संपत्ति बाजार में निवेश करने वाले लोगों ने बताया है कि हाल ही में दिग्गज निवेशकों में शामिल भारतीय मूल के अरबपति लक्ष्मी मित्तल ने भी दुबई का रूख किया है। स्टील की दिग्गज कंपनी आर्सेलर मित्तल एसए के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। दुबई में मित्तल की प्रॉपर्टी डील से परिचित लोगों के अनुसार मित्तल ने दुबई में आवासीय भूखंडों की तिकड़ी खरीदी है। हालांकि, ब्लूमबर्ग ने कहा कि मित्तल के प्रतिनिधियों ने इस प्रॉपर्टी डील पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
कितना है दुबई का प्रॉपर्टी मार्केट
ब्लूमबर्ग के मुताबिक दुबई हाउसिंग मार्केट पिछले महीने 2,68,758 दिरहम ( 73,171 अमेरिकी डॉलर) तक पहुंच गया। इसके कारण एक परिवार के घर के लिए औसत वार्षिक किराया सितंबर में 26% तक बढ़ गया। आंकड़ों के मुताबिक 2009 में कीमतें 50 फीसद से अधिक गिरी थी। अबू धाबी से मिले 20 अरब डॉलर के कारण अमीरात दिवालिया होने से बच गया। 2014 में तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सरकारों पर दबाव बढ़ा।
231 अति-लक्जरी आवासों की बिक्री
पाम जुमेराह पर, अटलांटिस द रॉयल रेजिडेंस नामक एक भविष्य की इमारत 22 वीं मंजिल पर एक विशाल जेलीफ़िश पानी की टंकी और बड़ा पूल विकसित किया गया। इस प्रॉपर्टी को विकसित करने वाले केर्जनर इंटरनेशनल के सीईओ फिलिप जुबेर ने कहा, इमारत में 231 अति-लक्जरी आवास पहले ही बेचे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि वे दुबई की कई और लोकेशंस में भी निवेश के इच्छुक हैं। निवेश की योजना बनाई गई है।
भारत से जुड़े लोगों की प्रॉपर्टी डील
अंबानी और मित्तल से पहले अमीरात में भारत से जुड़ी कई दूसरी हस्तियों ने भी संपत्ति खरीदी है। विवादित शख्सियतों ने 2016 में प्रॉपर्टी डील करने वाला गुप्ता परिवार भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार और आर्थिक घोटाले के आरोपी गुप्ता बंधु दुबई में 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति खरीद चुके हैं। हाल ही में, संयुक्त अरब अमीरात ने दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों के साथ परिवार के सदस्यों को प्रत्यर्पित करने के संबंध में बातचीत की। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहे गुप्ता ब्रदर्स ने हमेशा आरोपों से इनकार किया है। इस संबंध में यूएई सरकार ने कहा है कि उसने प्रत्यर्पण समझौतों को आगे बढ़ाया है और वैश्विक वित्तीय घोटालों में शामिल हाई प्रोफाइल लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
70 फीसद से अधिक सौदे नकदी !
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल में दुबई का रियल एस्टेट बाजार लगातार नई ऊंचाईयां छू रहा है। लगातार नई कीमतें छू रहा प्रॉपर्टी मार्केट के बारे में कुछ लोगों का मानना है कि रिकॉर्ड लंबे समय तक बना रहेगा। ब्रोकर और डेवलपर्स तेजी से लेनदेन की बात करते हैं। 70% से अधिक नकदी सौदे हो रहे हैं। खरीदारों के वर्गीकरण में रूस के अमीर लोग शामिल हैं। यूक्रेन पर आक्रमण के बाद अपने पैसे के लिए एक सुरक्षित आश्रय की तलाश में स्टार्टअप संस्थापकों और पड़ोसी खाड़ी देशों के निवेशकों के लिए तेल की कीमतों में वृद्धि के बाद नकदी का प्रवाह बढ़ा है।
रियल एस्टेट के मामले में लंदन-पेरिस जैसी जगहें
अमीरात की प्रमुख अचल संपत्ति की कीमतों में सितंबर के बाद से 12 महीनों में 70.3% की वृद्धि हुई। इससे Knight Frank global index पर अमीरात सबसे बड़ा लाभार्थी बन कर उभरा है। ये शहर के सबसे वांछनीय और महंगे घरों पर आधारित इंडेक्स है। ये अक्सर बाजार मूल्य से शीर्ष 5% होता है। सूचकांक में लंदन के लिए 2.5% की वृद्धि, पेरिस में 8.9% और न्यूयॉर्क में 7.3% की वृद्धि दिखाई गई है। तमाम देशों को पीछे छोड़ कर दुबई का रियल एस्टेट बाजार सबसे आगे निकल गया है। हालांकि, उच्च ब्याज दरों और ऊर्जा से संबंधित आर्थिक मंदी से सौदों में बाधाएं भी उत्पन्न हुई है।
अवैध विदेशी धन के बारे में चिंता !
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक टर्नअराउंड शानदार रहा है। एक दशक से भी अधिक समय पहले, दुबई का संपत्ति बाजार ध्वस्त हो गया था। संयुक्त अरब अमीरात का हिस्सा बनने के बाद अब दुबई में दुनिया के सबसे बड़ा लक्ज़री हाउसिंग बूम देखा जा रहा है। कुछ डेवलपर्स पर अभी भी बैंकों का अरबों डॉलर का बकाया है। इसी बीच आंशिक रूप से संपत्ति क्षेत्र में कथित रूप से अवैध विदेशी धन के प्रवेश के बारे में चिंताओं के कारण एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय निगरानी संस्था ने इस साल संयुक्त अरब अमीरात को अपनी ग्रे सूची में भी रखा है। यहां की सरकार ने कहा है कि उसने पैसे की आमद की निगरानी में लगातार प्रगति की है। पिछले कुछ वर्षों में कीमतों में पहले जैसे उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय संकट आने पर दुबई में धन का प्रवाह
सरकार के दावों के बावजूद दुबई की संपत्ति रजिस्ट्री सार्वजनिक नहीं है। भूमि विभाग विशिष्ट संपत्तियों के खरीदारों की पहचान के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं करता है। कुछ आलोचकों का कहना है कि आवास बाजार में आने वाले धन के आर्थिक लाभों के कारण अधिकारियों के पास निरीक्षण या पारदर्शिता बढ़ाने को कम प्रोत्साहन दिया जाता है। कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के एक नॉन रेसिडेंट विद्वान जोड़ी विटोरी ने कहा, "दुबई अपेक्षाकृत गुमनाम रूप से अचल संपत्ति खरीदने के लिए एक आसान जगह है।" विटोरी ने अमीरात के संपत्ति क्षेत्र पर शोध किया है। उन्होंने कहा, हर बार अंतरराष्ट्रीय संकट आने पर दुबई में धन का प्रवाह होता है। कभी-कभी खुले तौर पर प्रोत्साहित किया जाता है। जैसे कि कोविड महामारी के दौरान, लेकिन कभी-कभी रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे मामलों में ऐसा नहीं होता। किसी भी सूरत में दुबई अन्य देशों की आर्थिक विकास योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहेगा।
दुबई में विदेशियों को 10 साल का वीजा !
एनडीटीवी पर ब्लूमबर्ग के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया कि यूएई सरकार और दुबई भूमि विभाग के प्रतिनिधियों ने बड़े अमाउंट की खरीदारी पर कोई जवाब नहीं दिया है। इसमें कहा गया, अब तक जाहिर की गई चिंताएं संपत्ति के उत्साह को शांत करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। इमिग्रेशन कंसल्टेंसी हेनले एंड पार्टनर्स के मुताबिक, यूएई इस साल 4,000 करोड़पतियों के शुद्ध प्रवाह के साथ वैश्विक स्तर पर निजी संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा आकर्षित करेगा। दुबई की सरकार ने विदेशियों को 10 साल के वीजा की पेशकश की है। अमीरात में पहले की तुलना में अधिक सामाजिक उदारता की दिशा में सुधारों की शुरुआत हुई है।
घरेलू बैंकों पर कर्ज का भारी बोझ
बता दें कि हाल के महीनों में, संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के साथ मिलकर ब्याज दरें बढ़ाई हैं। रियल एस्टेट मार्केट में इसे एक संभावित दबाव माना जा रहा है। रियल एस्टेट डेवलपर्स, निर्माण कंपनियां और घरेलू बैंकों पर कर्ज का भारी बोझ है। रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा कि मजबूत आर्थिक निवेश के कारण संयुक्त अरब अमीरात में रियल एस्टेट कंपनियां अच्छी स्थिति में हैं। हालांकि, उच्च मुद्रास्फीति, बढ़ती ब्याज दरों सहित अन्य जोखिमों के कारण रियल एस्टेट सेक्टर में खतरा भी बढ़ रहा है।"
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