2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान: केवी सुब्रमण्यन
नई दिल्ली। भारत सहित दुनियाभर में फैली कोरोना वायरस महामारी ने कई देशों की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है। कोविड-19 की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को भी बड़ा झटका लगा है। इस बीच 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट (Budget 2021) से देश को काफी उम्मीदें हैं। बता दें कि बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इस आर्थिक सर्वेक्षण को मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन (KV Subramanian) के मार्गदर्शन में तैयार किया गया था।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद से देश की जीडीपी ग्रोथ में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को पेश किए जाने वाले ऐतिहासिक पेपरलेस बजट पेश से पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर मोदी सरकार के लिए राहत की खबर सुनाई है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने के मुताबिक इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11 फीसदी के करीब होगी, जो किसी भी देश से अधिक होगा।
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बता दें कि केवी सुब्रमण्यम भारत के युवा आर्थिक सलाहकारों में से एक हैं, उन्होंने अरविंद सुब्रमण्यन द्वारा 'व्यक्तिगत कारणों' के चलते पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जिम्मेदारी संभाली थी। केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश की 80 करोड़ की जनता के लिए मुफ्त अनाज की व्यवस्था की। यह सराहनीय कदम था। अनलॉक शुरू होने के बाद सरकार ने फिर से डिमांड पर ध्यान देना शूरू किया। केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि परचेजिंग मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स में काफी सुधार आया है जो पिछले कई सालों ने नहीं था। हालांकि सर्विस सेक्टर जैसे ट्रैवल एंड टूरिज्म ने मंदी का सामना किया है लेकिन अन्य सेक्टर्स काफी अच्छी ग्रोथ कर रहे हैं। केवी सुब्रमण्यम कहते हैं, इसलिए मेरा अनुमान है कि 2021 में विकास दर 11 फीसदी रहने वाली है।