IRCTC ने किया भंडाफोड़,128 अकाउंट से बनाए 1.60 करोड़ के ई-टिकट
नई दिल्ली। आपने अपनी लाइफ में एक साथ कितने का रेलवे टिकट खरीदा होगा। एक लाख, दो लाख या 10 लाख, बस! लेकिन दो शख्स ऐसे हैं जिन्होंने मिलकर 1 करोड़ 60 लाख रुपये के ई-टिकट खरीद डाले, पर अपने लिए नहीं बल्कि 128 अलग अलग अकाउंट खोल कर कमाई के लिए। शाहदरा और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आइआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खान-पान एवं पर्यटन निगम) की टीम के साथ मिलकर ऐसे ही दो दलालों को गिरफ्तार किया है।
ई टिकट व्यवस्था शुरू होने के बाद लोग रेलवे टिकट में दलाली व्यवस्था खत्म होने जैसी बात करने लगे थे, पर रेलवे सुरक्षा बल के नए खुलासे से खुद आईआरसीटीसी हैरान है। टिकटों की दलाली करने वाले ये लोग चकिया, मुजफ्फरपुर (बिहार) के रहने वाले नमन कुमार कनोडिया (24) और शकरपुर, दिल्ली निवासी सोनू (22) हैं। दोनों के पास से लैपटॉप और मोबाइल फोन मिले हैं। इतने सारे टिकट के लिए नमन ने 63 और सोनू ने 65 अकाउंट (यूजर आइडी) खोले थे।
दरअसल ये दोनों शख्स सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर बहुत पहले ही आ चुके थे। जांच में इनकी लोकेशन भी मिल गई थी। लेकिन बस इंतजार था इन्हें रंगे हाथों पकड़ने का. शुक्रवार देर शाम खबर मिली कि सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर नमन ग्राहकों को टिकट देने जा रहा है। शाहदरा आरपीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार और आइआरसीटीसी की धोखाधड़ी निरोधक शाखा के मैनेजर राकेश मिश्र की टीम ने छापा मारकर आरोपियों को पकड़ लिया।
गाजियाबाद स्थित उसके घर से जांच टीम को 15 अक्टूबर से नवंबर के बीच त्योहारी सीजन वाले 2.65 लाख रुपये के 66 ई-टिकट मिले. वह इस साल अबतक 90 लाख 26 हजार रुपये के 4250 ई-टिकट बुक कर चुके थे।वहीं आनंद विहार रेलवे स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने भी शकरपुर में एक दुकान पर छापेमारी कर 2 लाख से ज्यादा कीमत के 77 ई-टिकट बरामद किए। ट्रैवल एजेंट के तौर पर काम करने वाला सोनू, जून 2014 से अब तक 69.33 लाख रुपये मूल्य के 3945 टिकट बुक कर चुका था।