SBI, ICICI के ग्राहकों को लगा झटका, अब लोन लेना हुआ महंगा, बैंक ने बढ़ाई ब्याज दर
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। एसबीआई के साथ-साथ आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपने ग्राहकों के लिए कर्ज लेना महंगा कर दिया है। एसबीआई ने होम लोन, ऑटो लोन और अन्य किसी भी लोन के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वजह से अब आपके लिए लोन लेना महंगा पड़ेगा।
एसबीआई ने अपने अकाउंट होल्डर्स को दिया झटका
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने बेंचमार्क उधारी दर यानी MCLR में बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने एमसीएलआर में 0.20 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि यह बढ़ोतरी तीन साल की अवधि के लिए है। इस बढ़ोतरी के बाद SBI का MCLR बढ़कर 8.1 प्रतिशत हो गया है। इससे पहले एसबीआई का एमसीएलआर 7.9 प्रतिशत था, जिसे अब बढ़ाकर 8.1 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं 1 साल के लिए एमसीएलआर को 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.45 प्रतिशत कर दिया गया है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बढ़ाया रेपो रेट
एसबीआई ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मौद्रिक समीक्षा में बढ़ाए गए रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी किए जाने के एक महीने बाद अपने MCLR में बढ़ोतरी का फैसला किया है। आरबीआई ने पिछले महीने अपनी मैद्रिक समीक्षा बैठक के बाद रेपो रेप को बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत किया था। जिसके बाद एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक ने अपने MCLR दरों में बढ़ोतरी की।
क्या होता है MCLR
एमसीएलआर वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। ये न्यूनतम दर होता है, जिससे कम में कोई भी बैंक कर्ज नहीं दे सकता है। आसान भाषा में समझे तो ये कर्ज मिलने का आधार दर होता है। MCLR बढ़ने का सीधा मतलब होता है कर्ज महंगा होना। एमसीएलआर से आम आदमी को सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसके बढ़ने सो उसका मौजूदा लोन महंगा हो जाता है और उसे पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी पड़ जाती है। यानी सीधे-सीधे आपके पॉकेट पर आसर ।