Economic Survey: आखिर क्यों अहम है आर्थिक सर्वे, क्या है इसका इतिहास और महत्व
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बजट से पहले आर्थिक सर्वे को पेश करेंगी। बजट से एक दिन पहले आर्थिक सर्वे को पेश किया जाता है, इसमे आने वाले बजट की झलक होती है।
Economic Survey: आम बजट का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। बजट सत्र की शुरुआत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वे को पेश किया जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बजट से पहले इस आर्थिक सर्वे को पेश करेंगी। बता दें कि इकोनॉमिक सर्वे को वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर की इकोनॉमिक डिवीजन करती है। इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन की अध्यक्षता में तैयार किया गया है। इस सर्वे से देश के अलग-अलग सेक्टर की आर्थिक हालत की झलक मिलतेगी। आम बजट किस तरह का होगा इसकी झलक भी इस सर्वे में देखने को मिलेगी।
आर्थिक सर्वे के इतिहास की बात करें तो सबसे पहली बार इसे 1950-51 में पेश किया गया था। उस वक्त यह बजट दस्तावेज का ही हिस्सा होता था। 1960 में इसे बजट से अलग किया गया और अब इसे बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है। इस सर्वे का सबसे अहम पहलू यह होता है कि यह केंद्रीय बजट की क्या थीम होगी इसको दर्शाता है। पिछले वर्ष के बजट की थीम की बात करें तो उसका रुख काफी मजबूत और चुस्त था। पिछले साल के सर्वे में कोरोना महामारी से किस तरह से निपटा जाए, इसपर केद्रित था।
सर्वे में अलग-अलग सेक्टर को लेकर दस्तावेज प्रस्तुत किए जाते हैं। इसके साथ ही इसमे एक अलग से चैप्टर भी होता है जिसमे जरूरत के अनुसार किस क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है उसका भी जिक्र किया जाता है। पिछले साल के आर्थिक सर्वे में भारत की विकास दर 8-8.5 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की गई थी। इस साल के बजट की बात करें तो यह मोदी सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी पूर्णकालिक बजट होगा। अगले साल अप्रैल-मई माह में लोकसभा चुनाव होने हैं।
पिछले बजट की तरह इस बार भी बजट को पेपरलेस रखा गया है। बजट दस्तावेज यूनियन बजट मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होगा। यह एंड्राइड और एप्पल ओएस दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। बजट को सदन में जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी उसके बाद यह इस ऐप पर उपलब्ध होगा। वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट को तैयार करने की आधिकारिक शुरुआत 10 अक्टूबर 2022 से की गई थी। संसद के बजट सत्र की बात करें तो यह दो हिस्सों में होगा। पहला हिस्सा 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि दूसरा हिस्सा 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा।
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