अमेजन ने भारत में ऑनलाइन फूड डिलिवरी बिजनेस को बंद करने का किया ऐलान
Amazon to shut online Food dilivery in India: अमेजन ने भारत में फूड डिलिवरी के अपने बिजनेस को बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी की ओर से भारत में सभी रेस्टोरेंट को कह दिया गया है कि हमने भारत में फूड डिलिवरी के बिजनेस को बंद करने का फैसला लिया है। अमेजन ने फूड डिलिवरी बिजनेस की शुरुआत 29 मई 2020 में भारत में की थी। गौर करने वाली बात है कि अमेजन पिछले दिनों से काफी चर्चा में है। जिस तरह से कंपनी हजारों कर्मचारियो को बाहर कर रही है और इस बाबत तमाम कर्मचारियों को नोटिस भेजा गया है उसके बाद एक बार फिर से कंपनी अपने फूड डिलिवरी बिजनेस को बंद करने की वजह से चर्चा में है।
सभी रेस्टोरेंट पार्टनर को किया गया मेल
अमेजन की ओर से अपने सभी रेस्टोरेंट पार्टनर को एक मेल करके इस बात की जानकारी दी गई है कि अब आपको अमेजन की ओर से फूड डिलिवरी के लिए ग्राहक नहीं मिलेंगे। तय तारीख तक आपको डिलिवरी के ऑर्डर मिलते रहेंगे, लेकिन इसके बाद यह बंद हो जाएगा। कंपनी की ओर से रेस्टोरेंट को कहा गया है कि हम कॉन्ट्रैक्ट के तहत जो भी भुगतान बाकी है उसे देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सभी रेस्टोरेंट अमेजन के डिलिवरी से जुड़ी रिपोर्ट और टूल्स का इस्तेमाल 31 जनवरी 2023 तक कर सकते हैं। इसके बाद कंपनी अपने बिजनेस को बंद कर देगी। कंपनी 31 मार्च तक किसी भी विवाद के निपटारे के लिए तैयार है।
चरणबद्ध तरीके से बंद होगा
फूड डिलिवरी बिजनेस को बंद करने को लेकर कंपनी की ओर से कहा गया है कि हमारे वार्षिट ऑपरेटिंग प्लानिंग रिव्यू प्रक्रिया के तहत हमने यह फैसला लिया है कि अमेजन फूड डिलिवरी को बंद कर रहे है। हमारा पायलट फूड डिलिवरी बिजनेस बेंगलुरू में है। हम इन फैसलों को हल्के में नहीं लेते हैं। हम इस सेवा को चरणबद्ध तरीके में बंद करेंगे ताकि मौजूदा ग्राहकों का खयाल रखा जा सके, हम अपने सभी कर्मचारियों की मदद कर रहे हैं जो इस फैसले से प्रभावित होंगे।
बाकी बिजनेस जारी रहेंगे
कंपनी ने कहा कि हम इस बात को लेकर भारतीय बाजार में प्रतिबद्ध हैं कि हम ग्रॉसरी सेक्टर, स्मार्टफोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन एंड ब्यूटी, बी2बी के क्षेत्र में निवेश करते रहेंगे। गौर करने वाली बात है कि अमेजन ने भारत में 6.5 बिलियन डॉलर का निवेश पिछले 8 सालों में किया है। लेकिन कंपनी को 5-6 फीसदी का इबिडटा हानि हो रही है। कंपनी को अलग-अलग सेक्टर में काफी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।