कैश पेमेंट पर लगी पाबंदी, अब कैशलेस होने से होगा सबसे ज्यादा फायदा, जानें कैसे?
केन्द्र सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भीम एप को अधिक पॉपुलर करेगी। इसके लिए सरकार बोनस और कैशबैक स्कीम लाएगी।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देशभर में कैश की किल्लत हो गई। कैश की इस किल्लत से परेशान लोगों को वित्तमंत्री अरूण जेटली ने अपने बजट में राहत दी है। वित्तमंत्री ने कैश पेमेंट पर रोक लगा दी है। नोटबंदी के बाद पैदा हुए नकदी संकट को खत्म करने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए घोषणाएं की। फिर चाहे 3 लाख से अधिक के कैश पेमेंट पर रोक की घोषणा हो या भीम एप के जरिए कैशबैक का ऐलान। सरकार ने कोशिश की है कि अधिक से अधिक लोग आधार पर आधारित डिजिटल पेमेंट से जुड़ सके।
भीम एप पर मिलेगा कैशबैक और बोनस
अरुण जेटली ने बजट में घोषणा की कि केन्द्र सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भीम एप को अधिक पॉपुलर करेगी। इसके लिए सरकार बोनस और कैशबैक स्कीम लाएगी। उन्होंने कहा कि इस वक्त देश में 125 लाख लोग भीम एप इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे और लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार जल्द बोनस और कैशबैक स्कीम शुरू करेगी। वहीं आधार पे के मर्चेंट वर्जन को जल्द शुरू किया जाएगा। आधार पे से सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को होगा जोडे डेबिट या क्रेडिट कार्ड या फिर मोबाइल वॉलेट नहीं इस्तेमाल करते है। आधार पे का सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण इलाकों में होगा।
2500 करोड़ डिजिटल पेमेंट का लक्ष्य
बजट में वित्त मंत्री जेटली ने घोषणा की कि वित्त वर्ष 2017-18 में सरकार 2500 करोड़ के डिजिटल ट्रांजेक्शन का लक्ष्य पाना चाहती है। इसके लिए सरकार यूपीआई, यूएसएसडी, आधार पे, आईएमपीएस और डेबिट कार्ड के लिए स्कीम लाएगी। ताकि अधिक से अधिक से अधिक लोग उससे जुड़ सके। इतना ही नहीं सरकार ने कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को 10 लाख नए पीओएस टर्मिनल लगाने का आदेश दिया है। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने आधार कार्ड पर आधारित नया पेमेंट सिस्टम आधारपे शुरू करने के साथ-साथ सरकारी विभागों के लिए डिजिटल लेन-देन को अनिवार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के लिए आधारपे को और सुगम बनाया जाएगा।