क्या ये श्राप है? इस गांव में 12 साल की होते ही बदल जाता है लड़कियों का लिंग, वैज्ञानिक भी नहीं दे पा रहे जवाब
नई दिल्ली: क्या कभी आप सोच सकते हैं कि एक उम्र के बाद लड़की या फिर लड़कों का जेंडर अपने आप बदल सकता है। नहीं ना, लेकिन इस दुनिया में एक ऐसा रहस्यमयी गांव है, जहां एक उम्र के बाद लड़कियां अपने आप लड़का बन जाती है। वो भी बिना किसी मेडिकल सर्जरी के। सुनकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह पूरी तरह से सच है। यहां तक की इस अजीबोगरीब घटना का पता वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए हैं। आखिर कहां ये है गांव, जानिए...
दुनिया का रहस्यमयी 'गांव'
इसमें कोई शक नहीं की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। अब इस गांव को ही ले लीजिए, जहां पिछले कई सालों से शोध किया जा रहा है कि आखिर कैसे यहां की लड़कियां लड़का बन जाती हैं, लेकिन कुछ पता नहीं चल पा रहा है। इस गांव का नाम है ला सेलिनास (La Selinas) जो कि डोमिनिकन रिपब्लिक देश के अंदर बसा एक छोटा सा गांव है, जिसकी जनसंख्या सिर्फ 6 हजार है।
12 साल के बाद बदल जाता है जेंडर
ला सेलिनास गांव की सबसे हैरान और चौंकाने वाली बात है, यहां बसने वाली लड़कियां, जिनका 12 साल के बाद जेंडर चेंज हो जाता है और वो लड़का बन जाती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गांव की लड़कियों में कुछ बच्चियां 12 साल की होते-होते लड़कों की तरह बदल जाती हैं। ऐसे में लड़कियों के लड़का बनने से गांव के लोग भी काफी चिंतित हैं। इसी कारण से लोग इस गांव को श्रापित गांव भी मानते हैं।
जानिए डॉक्टर्स का क्या है कहना?
गांव के अंदर किसी घर के अंदर बेटी जन्म लेती है तो उस परिवार में मातम पसर जाता है, क्योंकि 12 की होने के बाद वो लड़की लड़कों की तरह बदल जाती है। इसी वजह से गांव के लोगों को बेटियां नहीं चाहिए होती है। बच्चियों के लिंग परिवर्तन की इस 'बीमारी' को पता लगाने के लिए विश्वभर के शोधकर्ताओं आए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। डॉक्टरों की मानें तो यह एक 'आनुवंशिक विकार' है, जिसे 'स्यूडोहोर्मैफ्रैडाइट' कहा जाता है।
बदल जाता है लिंग, लड़की बन जाती है लड़का
गांव में लड़कियों से बने ऐसे लड़कों को 'ग्वेदोचे' के नाम से पुकारा जाता है। जिसका मतलब होता है किन्नर। 'सूडोहर्माफ्रडाइट' के चलते पैदा हुई लड़की के अंग धीमे-धीमे पुरुष में बदलने लगते हैं। पतली आवाज भारी हो जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस अजीबोगरीब बीमारी से गांव के 90 में से एक बच्चा ग्रसित हो रहा है। हालांकि अभी भी कई रिसर्चर्स इस बीमारी की जांच में जुटे हैं, जिससे इस तरह के मामलों को रोका का सकें।
(सभी फोटो प्रतीकात्मक )
True Story: फ़िल्मी नहीं सच्ची कहानी, हेलीकाप्टर से गांव आना था तो घर से भाग गए स्कूली बच्चे