'...ये मोबाइल यूंही हट्टा कट्टा नहीं हुआ', दिल के बेहद करीब हैं एक्टर अनुपम खेर की कही ये लाइनें
मोबाइल और इंटरनेट ने लोगों की लाइफ स्टाइल काफी बदल दी है। स्वास्थ्य पर भी असर हुआ है। एक्टर अनुपम खेर ने इसको लेकर दिल छू लेने वाले बातें की हैं।
Anupam Kher lines on mobile: दुनिया के तमाम देशों में आई संचारक्रांति से साथ पिछले दो कुछ दशकों के भीतर काफी बदलाव आए। जिसके कारण कई चीजें बदल गईं। लोगों के रहन सहन में बदलाव के साथ सामाजिक व्यवहार में भी परिवर्तन देखे गए। मोबाइल फोन ने बहुत कुछ आसान कर दिया है। लोगों के बीच की दूरियां कम की। लेकिन फिर से भी अब एक दूसरे से मिलने का समय नही हैं। इसका कारण इंटरेनट पर लोगों की व्यस्तता बढ़ना है। ऐसी की बातों को बॉलीवुड अभिनेता ने एक वीडियो ट्वीट में कुछ लाइनें कहीं हैं। जो वाकई दिल के करीब हैं।
बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर एक ट्वीट किया। शेयर किए गए वीडियो (Anupam Kher Video tweet on Mobile) में उन्होंने लोगों के जीवन में मोबाइल आने के बाद आए बदलाव कुछ लाइनों के जरिए व्यक्त किया। कैप्शन भी वही दिया जो उन्होंने वीडियो में कहा, "हट्टा कट्टा मोबाइल....ये मोबाइल यूहीं हट्टा कट्टा नहीं हुआ है!!! इसने बहुत कुछ खाया-पिया है!! उम्मीद है आप सब इन चंद लाइनों से agree करेंगे!"
हट्टा कट्टा #Mobile…. ये मोबाइल यूहीं हट्टा कट्टा नहीं हुवा है!!! इसने बहुत कुछ खाया-पिया है!!
— Anupam Kher (@AnupamPKher) December 29, 2022
उम्मीद है आप सब इन चंद लाइनों से agree करेंगे! 😍🤗 #Mobile #Cell #Phone pic.twitter.com/6YdBgdiL5o
वीडियो में एक्टर की कही जानी वाली लाइनें वाकई दिल को छू लेने वाली हैं। अनुपम खेर ने वीडियो में कहा, "इसने सैंकड़ों मील की दूरियां भी हैं...इस मोबाइल में तन्हाईया भी हैं। ये पड़ोस की दोस्ती खा गया...मेल मिलाप खा गया। समय नहीं लोगों के पास, ये लोगों का वक्त खा गया। ये पैसे खा रहा है...ये रिश्ते खा रहा है। ये लोगों की तंदुरुस्तियां खा रहा है। ये लोगों को रोगी बना रहा है। ये मोबाइल फोन यूं ही हट्टा कट्टा नहीं हुआ...इसने बहुत कुछ खाया पिया है...और ये हम सबकी गलती है।"
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दरअसल, मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया ने लोगों के बीच की दूरियां जितनी कम की उतना ही लोगों का मिलना जुलना भी कम हो गया। इंटरनेट और सोशल मीडिया के जमाने में लोग मोबाइल पर अधिक समय देते हैं। जिसके चलते लोगों के पास समय कम होता है। फोन से बात होने से मिलने जुलने का ट्रेंड भी कम हुआ है। लोग समय जानने के लिए अक्सर अपने हाथ में घड़ी बांधते थे, जो एक फैशन का हिस्सा था। लेकिन इसका भी ट्रेंड बदला। ऐसे कई बदलाव हुए हैं। जिसका कारण आधुनिक लाइफ में मोबाइल और इंटरनेट का अहम हिस्सा बनाना है।