भाजपा की तरफ से कौन हो सकता है राष्ट्रपति उम्मीदवार, तारिक अनवर ने तंज़ कसते हुए दिया ये जवाब
बिहार में इन दिनों सियासी समीकरण बदलतो हुए नज़र आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस राजनीतिक हवा बदलने के साथ ही राज्य में अपनी सियासी ज़मीन मज़बूत करने में जुट गई है।
कटिहार, 9 जून 2022। बिहार में इन दिनों सियासी समीकरण बदलतो हुए नज़र आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस राजनीतिक हवा बदलने के साथ ही राज्य में अपनी सियासी ज़मीन मज़बूत करने में जुट गई है। इसी कड़ी में कटिहार के सद्भावना भवन में मीडिया प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर रूबरू हुए। उन्होंने कांग्रेस की रणनीतियों पर चर्चा की साथ ही केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा तारिक अनवर ने कहा हैं कि देश का अगला राष्ट्रपति ऐसी छवि का हो जो साफ-सुथरी और स्वतंत्र छवि रखता है।
भाजपा सरकार पर तारिक अनवर ने साधा निशाना
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि राष्ट्रपति का पद संवैधानिक और सर्वोच्च पद है। इसी तरह उपराष्ट्रपति का भी पद है। इन दोनों पदों के चुनाव के लिए सत्ता में जो पार्टी होती है वह विपक्ष को विश्वास में लेती है। हम लोग जब सत्ता में थे तो उसकी बैठक बुलाई जाती थी, विपक्ष से बातचीत की जाती थी। ऐसा उम्मीदवार को चुना जाता था जो सभी को सर्वमान्य हो अपोजिशन और सरकार दोनों के पक्ष में हो, लेकिन इस सरकार में ऐसी उम्मीद नहीं है, मोदी जी क्या करेंगे इस पर कुछ कहना मुश्किल है। हम लोग चाहते हैं कि शासक जो भी हो साफ-सुथरी और स्वतंत्र छवि का हो
'कश्मीरी पंडितों के साथ साथ मुसलमानों का भी कत्ल हो रहा'
तारिक अनवर ने केद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कि कश्मीर में टारगेट किलिंग हो रही है। इस किलिंग में हिन्दू, कश्मीरी पंडितों के साथ साथ मुसलमानों का भी कत्ल हो रहा है। कश्मीर मुद्दे पर भारत सरकार की नीति असफल साबित रही हैं। आपको बता दें कि गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव का एलान हो गया है। इसके साथ ही अटकलों का बाज़ार भी गर्म हो गया है कि राष्ट्रपति के लिए संभावित उम्मीदवार कौन होंगे। राष्ट्रपति चुनाव की घोषणाओं के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज़ है कि इस बार के समीकरण को देखते हुए भाजपा तीन समुदाय के लोगों पर दांव खेल सकती है । जिसमें पहले नंबर पर महादलित या आदिवासी, दूसरे नंबर पर सिख और तीसरे नंबर पर मुस्लिम समुदाय का नाम आ रहा है।
Recommended Video
राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर सियासी चर्चा शुरू
राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर सियासी जानकारों का कहना है कि जिस तरह पिछली बार भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए रामनाथ कोविंद को रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति और वैंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति प्रोजेक्ट कर दिया था। इस बार भी कुछ इसी तरह से भाजपा कर सकती है। क्योंकि इस बार पिछले बार की तुलना में सियासी समीकरण काफ़ी ज़्यादा बदले हुए हैं। ऐसे में भाजपा जो भी क़दम उठाएगी उसका सियासी माइलेज लेने की पूरी कोशिश करेगी। इसलिए महादलित या अदिवासी, सिख और मुस्लिम समुदाय में से किसी एक चेहरे को भाजपा प्रोजेक्ट कर सकती है।
ये भी पढ़ें: CM योगी के बुलडोज़र मॉडल की तर्ज़ पर अब बिहार में भी कार्रवाई, अतिक्रमणकारियों पर चला पीला पंजा